हल्द्वानी-यहां जिला विकास प्राधिकरण में मिल रही शिकायतों के बाद कुमाऊं कमिश्नर एवं विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दीपक रावत ने आज हल्द्वानी विकास प्राधिकरण के ऑफिस का औचक निरीक्षण करते हुए प्राधिकरण के सचिव और उपसचिव से स्पष्टीकरण मांगा है। छापेमारी के दौरान कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को कई सारी अनियमितताएं भी मिली, जिस पर उन्होंने अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर की है।
विकास प्राधिकरण में निजी व्यक्ति द्वारा प्राधिकरण की फाइलों पर नोटशीट का कार्य किया जा रहा था, जो कि वर्ष 2020 मे रिटायर हो चुका है, बावजूद इसके कर्मचारी प्राधिकरण के ऑफिस में बैठकर सरकारी फाइलों में कामकाज करने कार्य कर रहा था, कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि सरकारी कामकाज की गोपनीयता को बनाए रखना की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की है। लेकिन निरीक्षण के दौरान इस तरह की कोई भी चीज नहीं पाई गई, जो कि अधिकारियों की घोर लापरवाही दर्शाती है।
वही कुमाऊं कमिश्नर ने उपसचिव और सचिव दोनों के खिलाफ अनुशासत्मक करवाई क्यों ना की जाए, क्योंकि विभाग में बहुत बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है, जिसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की है वर्ष 2017 में डीएम रहते हुए दीपक रावत द्वारा व्यवसाइक भवनों पर की गई कार्रवाई की फाइलें भी प्राधिकरण द्वारा बंद कर दी गई है, जिस पर भी उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई है।
श्री रावत ने कार्यो की गोपनीयता को बरकरार रखे जाने में प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही दृष्टिगोचर हो रही हैं इस सम्बन्ध में सचिव एवं संयुक्त सचिव स्पष्ट करें क्यों न आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारम्भ कर दी जाए।
इस दौरान आयुक्त ने सभी उपजिलाधिकारियों, तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों को अपने-अपने तहसीलों का निरीक्षण करने तथा निरीक्षण आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।