चन्द्रशेखर जोशी
रामनगर – जाने माने पक्षीविद सलीम अली को आज उनकी 125 वीं जयंती पर राजकीय इंटर कालेज ढेला में याद किया गया।बच्चों को कार्बेट पार्क के वरिष्ठ नेचर गाइड सुरेश रावत ने पक्षियों का अवलोकन कराते हुए उनके बारे में जानकारी दिन।अंग्रेजी प्रवक्ता नवेंदु मठपाल ने सलीम अली के बाबत जानकारी देते हुए बताया कि डॉ सलीम मोइज़ुद्दीन अब्दुल अली एक भारतीय पक्षी विज्ञानी, वन्यजीव संरक्षणवादी और प्रकृतिवादी थे। उनका जन्म 12 नवम्बर 1896 को मुंबई में हुआ।डॉ अली देश के पहले ऐसे पक्षी विज्ञानी थे जिन्होंने सम्पूर्ण भारत में व्यवस्थित रूप से पक्षियों का सर्वेक्षण किया और पक्षियों पर ढेर सारे लेख और किताबें लिखीं। उनके द्वारा लिखी पुस्तकों ने भारत में पक्षी-विज्ञान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके कार्यों के मद्देनजर उन्हें “भारत का बर्डमैन” के रूप में भी जाना जाता है। उनके कार्यों और योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें सन 1958 में पद्म भषण और सन 1976 में देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया। सन 1947 के बाद वे ‘बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी’ के सबसे प्रधान व्यक्ति बन गए और ‘भरतपुर पक्षी अभयारण्य’ (केओलदेव् राष्ट्रिय उद्यान) के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ‘साइलेंट वैली नेशनल पार्क’ को बर्बादी से बचाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।27 जुलाई 1987 को 91 साल की उम्र में डॉ. सालिम अली का निधन मुंबई में हुआ। डॉ सलीम अली भारत में एक ‘पक्षी अध्ययन व शोध केन्द्र’ की स्थापना करना चाहते थे। इनके महत्वपूर्ण कार्यों और प्रकृति विज्ञान और पक्षी विज्ञान के क्षेत्र में अहम् योगदान के मद्देनजर ‘बॉम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसाइटी’ और ‘पर्यावरण एवं वन मंत्रालय’ द्वारा कोयम्बटूर के निकट ‘अनाइकट्टी’ नामक स्थान पर ‘सलीम अली पक्षीविज्ञान एवं प्राकृतिक इतिहास केन्द्र’ स्थापित किया गया।
कार्बेट के पक्षियों के बाबत जानकारी देते हुए सुरेश रावत ने कहा हमारे देश में 1300 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती है।इनमें से लगभग आधी प्रजातियां कार्बेट पार्क क्षेत्र में देखने को मिलती हैं।कार्बेट पार्क क्षेत्र में जाड़ों में हजारों किलोमीटर की यात्रा कर आने वाले प्रवासी पक्षी सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र रहते हैं।जिनमें से लेसर फिस ईगल,ग्रेट स्टे वुड पेकर, इबिसबिल,वालक्रीपेर, क्रिस्टोकोला,साइबेरियन क्रेन मुख्य हैं।इस मौके पर प्रधानाचार्य मनोज जोशी,सी पी खाती, संत सिंह,बालकृष्ण चंद,सुभाष गोला,प्रदीप शर्मा,उषा पवार,दीपा सती मौजूद रहे।