देहरादून। उत्तराखंड में बाघ का आतंक लगातार बढ़ रहा है। इन दिनों बाघ पौड़ी जिले के दो दर्जन गांवों के लिए आतंक का पर्याय बना हुआ है। बढ़ते हमलों ने प्रशासन की चिंता भी बढ़ा दी है। ऐसे में यहां रात्रि कर्फ्यू प्रभावी कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इसके आदेश जिलाधिकारी ने जारी कर दिए हैं।
पौड़ी जिले के रिखणीखाल और धुमाकोट विकासखंड क्षेत्र में बीते चार दिनों में बाघ ने दो बुजुर्ग व्यक्तियों को निवाला बना दिया। इससे ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। जबकि प्रशासन चिंता में डूबा हुआ है। यहां बाघ की निगरानी ड्रोन कैमरे से की जा रही है। बावजूद इसके हमले रूक नहीं रहे हैं। ऐसे में अब ऐहतियातन इन विकासखंडों के 24 गांवों ग्राम डल्ला मेलधार, क्वीराली, तोल्यूं, गाड़ियों, जूई, द्वारी, कांडा, कोटडी के साथ ही नैनीडांडा ब्लाक के ग्राम ख्यूंणाई तल्ली, ख्यूंणाई मल्ली, ख्यूंणाई बिचली उम्टा, सिमली मल्ली, चमाडा, सिमडी तल्ली घोड़ाकंद आदि में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान की ओर से जारी आदेश में ग्रामीणों को शाम 7:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है। डीएम की ओर से जारी आदेश में उप जिलाधिकारी लैंसडाउन को बाघ प्रभावित क्षेत्रों में ऐसे परिवार व घरों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं जो बाघ के हमले के दृष्टिगत सबसे अधिक संवेदनशील हैं। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को बाढ़ प्रभावित गांव में मवेशियों के लिए चारा पत्ती की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने तहसील धुमाकोट के ग्राम भैडगांव एवं उसके आस-पास के क्षेत्र में दहशत को देखते हुए स्कूलों में भी अवकाश घोषित कर दिया है। बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत स्थिति सामान्य होने तक ग्राम भैडगांव पट्टी बूंगी-3 तहसील धुमाकोट क्षेत्रान्तर्गत ग्राम ख्यूणाई तल्ली, ख्यूणाई मल्ली, ख्यूणाई बिचली, उम्टा, सिमली मल्ली, चमाडा, सिमली तल्ली, घोडकन्द मल्ला, घोड़कन्द तल्ला, काण्डी तल्ली, काण्डी मल्ली. मन्दियार गाँव, खडेत, गूम बेलग, क्षेत्रान्तर्गत विद्यालयों/आंगनबाड़ी केन्द्रों और तहसील रिखणीखाल अन्तर्गत ग्राम डल्ला, पटटी पैनो-4, मेलधार, क्वीराली तोल्यां गाडियूं, जुई, द्वारी, काण्डा, कोटडी आदि क्षेत्रान्तर्गत विद्यालयों/आंगनबाड़ी केन्द्रों में 18 अप्रैल तक अवकाश घोषित रहेगा।