रामनगर
सवर्ण लड़की से प्रेम विवाह करने के कारण उपपा के दलित नेता जगदीश चंद्र की विगत 1 सितंबर को सवर्ण जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त लोगों द्वारा अपहरण करने के बाद उनकी निर्मम हत्या के विरोध में मानधन में युवा एकता संगठन तथा महिला एकता मंच ने धरना-प्रदर्शन कर जगदीश चंद्र के लिए न्याय की मांग की।
सभा का संचालन करते हुए युवा एकता संगठन के संयोजक इंद्रजीत सिंह ने कहा की मृतक जगदीश चंद्र की पत्नी द्वारा बार-बार मौखिक और लिखित निवेदन करने के बावजूद भी अल्मोड़ा के जिला प्रशासन ने युवा दंपत्ति को सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई। यदि समय रहते प्रशासन ने उनके प्रार्थना पत्र को गंभीरता से लेते हुए उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करा दी होती तो आज जगदीश हमारे बीच में होता।
महिला एकता मंच की सरस्वती जोशी ने कहा कि मृतक जगदीश के परिजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा, उसकी पत्नी तथा बहन को सरकारी नौकरी, शेष बचे हुए आरोपियों की गिरफ्तारी तथा इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए जिम्मेदार अल्मोड़ा के डीएम व एसएसपी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर आगामी 11 सितंबर को भिकियासेन में जुलूस प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने उत्तराखंड की जनता से अधिक से अधिक संख्या में भिकियासेन कार्यक्रम में भागीदारी की अपील की।
किसान संघर्ष समिति के नेता ललित उप्रेति ने कहा कि इस मामले की अभी तक न तो सल्ट क्षेत्र के विधायक और न ही अल्मोड़ा के सांसद ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि अपने आप को दलितों का नेता कहने वाले विपक्षी कांग्रेस के नेता यशपाल आर्य ने जगदीश की हत्या को लेकर कोई भी बयान जारी नहीं किया है और न हीं उन्होंने जगदीश चंद्र के परिजनों से मिलने की जहमत उठाई है।
सभा को समाजवादी लोकमंच के मनीष कुमार, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के लालमणि व किरण आर्य आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में शाहिस्ता, कौशल्या, एसआर टम्टा, राजेंद्र, लोकेश कुमार, राकेश सिंह, गंगा देवी आनंदी देवी, तुलसी देवी गीता देवी, महिला मंगल दल की अध्यक्षा पुष्पा, नीमा, चन्द्रा, समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।