रामनगर- दुर्घटना में घायल आसाम राइफल्स के जवान सुनील रावत की उपचार के दौरान मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार गत दिवस गुरुवार 13 जुलाई को सैनिक सम्मान के साथ स्थानीय श्मशान घाट पर किया गया।
वहीं परिजनों ने घायल अवस्था में सुनील रावत को हॉस्पिटल में भर्ती करवाने और मौत के बाद उनके पार्थिव शरीर को ससम्मान निवास स्थान तक पहुंचवाने के लिए सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
दिवंगत सुनील रावत के रिश्तेदार अनिल रावत ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि रामनगर क्षेत्र के ग्राम भगवाबंगर के निवासी सुनील रावत आसाम राइफल्स में तैनात थे। सुनील रावत बीती 9 जुलाई को छुट्टी काट के वापस ड्यूटी पर जाते समय गोहाटी ( जोरहाट ) के पास उनका पैर फिसलने के कारण घायल हो गए थे।
जिसपर साथी जवानों के सहयोग से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। उपचार के दौरान चिकित्सको ने बीती 11 जुलाई दोपहर 2.30 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया। अनिल रावत ने बताया कि सुनील रावत के उपचार के दौरान जोरहाट एयरफोर्स अस्पताल का बहुत सहयोग रहा, चिकित्सको ने सुनील रावत को बचाने का भरकस प्रयास किया, परन्तु नियति को कुछ और ही मंजूर था।
इस दौरान अस्पताल स्टाफ और असम राइफल्स का बहुत सहयोग रहा। सिपाही हेमचन्द और हवलदार हर्षपाल सिंह रावत (42 असम राइफल्स) का सहयोग भी अविस्मरणीय रहा।
अनिल रावत ने बताया कि सुनील रावत के साथ घटी इस दुर्घटना की जानकारी मिलते ही हवलदार हर्षपाल सिंह रावत 12 असम राइफल्स के सूबेदार मेजर, कर्नल से हॉस्पिटल में भर्ती सुनील रावत की जानकारी लगातार लेते रहें और सुनील रावत की स्वास्थ्य की जानकारी परिजनों को देते रहे। जिसके लिए दिवंगत सुनील रावत के परिजनों ने असम राइफल्स और हॉस्पिटल स्टाफ का आभार व्यक्त किया।


