रामनगर-चीरबंधन के साथ नगर एवं देहात क्षेत्रों मे रंगो का त्योहार शुरू हो गया है, घरों में बैठकी होली की धूम मची हुई है। घरो मे महिलाओ की होली गायन, स्वांग का दौर जोर शोर से जारी है। भरतपुरी मे श्रीमती मंजू भट्ट, के घर में आयोजित बैठकी होली मे अबीर व गुलाल के रंगो व गीतो की बौछार पर महिलाए जमकर थिरकी।
होली बैठक मे सर्वप्रथम सिद्धि के दाता विघ्न विनाशक गाकर महिलाओं ने भगवान गणेश का आहृवान किया। इस दौरान नीमा मठपाल, मंजू भट्ट, रंजना तिवारी, रेखा मठपाल, आशा बिष्ट, समिति अध्यक्ष सतेश्वरी रावतआदि ने होली गीत की सुंदर प्रस्तुती इस प्रकार की-
कैलै बांधी चाीर, हो रघुनन्दन राजा
गणपति बांधनि चीर, नवदुर्गा बांधनि चीरा,
ब्रह्मा, विष्णु बांधनि चीर, हो रघुनन्दन राजा।
अम्बा के भवन बिराजे होली, देवा के भवन बिराजे होली की प्रस्तुती रखते हुए दीपा कोटिया,, पुष्पा पंत , भावना पाण्डे, नीमा उप्रेती, रंजना रावत , ,ने सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। तथा होल्यारो ने अगली प्रस्तुती कुछ इस प्रकार रखी-
तू करले सोला सिंगार राधिका,
तेरे अँगना होली आई रही, रंग लाई रही।
शीश फुल पहन ले, बिन्दिया पहन ले,
बेसर ले छलकाय, राधिका तेरे अँगना होंली।।
होली बैठकी को आगे बढ़ते हुए ने सभी को झूमने को मजबूर किया। इस दौरान महिलाओं ने जमकर स्वागं भी किये। गीतों को आगे बढ़ते हुए कुछ इस प्रकार प्रस्तुत किया।
शिव के मन माहि बसे काशी।
आधी काशी मे बांमन बनिया,
आधी काशी मे सन्यासी ।।
होली मे महिलाओ ने एक स्वर मे सिर धरै मुकुट खेलें होली, कहां से आयों कुँवर कन्हैया,कहा से आई राधा गोरी। के अलावा अन्त मे आशीष देते हुए कहा कि- गावैं, खेलैं, असीस, हो हो हो लख रे, बरस दिवाली, बरसे फाग, इनर पुर परिवार जीरौ लाख बरीसा।
इस दौरान आशा बिष्ट, देवकी मिश्रा, नीमा उप्रेती, अनीता भट्ट, गंगा मनराल, , जानकी जोशी, गीता भट्ट, ललिता,शान्ति द्युगत्याल,, गीता बिष्ट, हेमा सनवाल, जसोदा, दीपा,रंजना रावत, ललित पांडे, चंपा रावत, हेमा सनवाल, रेनू रावत, जया जोशी,सुनीता रावत, सुमन रावत, हेमा कुनियाल, भगवती सती, चंपा रावत, उषा रावत,प्रेमा, जया, गीता बिष्ट, सविता जोशी,, , प्रीति ज़खमोला, प्रेमा पांडे, पुष्पा मासीवाल,ललिता,आदि शमिल थे।


