उत्तराखंड के लिए एक बड़ी दुखद खबर सामने आ रही है बता दे कि उत्तराखंड की उभरती लोक गायिका की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की खबर सामने आ रही है।उभरती जौनसारी लोक गायिका संजना राज के आकस्मिक निधन की खबर से उत्तराखंड संगीत जगत के साथ ही उनके प्रशंसकों में भी शोक की लहर है।
हालांकि अभी तक यह सामने नहीं आ पाया है कि संगीता ने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया परंतु पुलिस की तहकीकात में कुछ बड़ी बातें सामने आई है। बताया जा रहा है कि वर्तमान में संगीता देहरादून के नेहरू कालोनी के जिस कमरे में रहती थी उसी कमरे में बीते दो महीने से एक युवक भी उनके साथ रहता था।
पुलिस ने युवक से पूछताछ शुरू कर दी है। इस संबंध में इस बात की भी जांच कर रही है कि दोनों लिव इन में रहते थे या सिर्फ दोस्त थे। पुलिस के मुताबिक युवक का नाम अंकित है। वह यहां एक ऑफिस में काम करता है। कहा तो यह भी जा रहा है कि दोनों ने सगाई भी कर ली थी। हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है।
गौरतलब है कि मूल रूप से राज्य के देहरादून जिले के जौनसार बावर क्षेत्र के मलेथा गांव निवासी संजना राज पुत्री भीम सिंह ने बीते रोज, देहरादून के नेहरू कॉलोनी के एच ब्लॉक स्थित अपने कमरे की खिड़की की ग्रिल से झूलकर आत्मघाती कदम उठा लिया था। जिससे संजना की मौके पर ही मौत हो गई थी।
बता दें कि संजना राज जौनसार बावर की उभरती हुईं लोक गायिका थीं। वर्ष 2009 में गायिकी के क्षेत्र में कदम रखने वाली संजना ने कई सुप्रसिद्ध जौनसारी गीतों को अपनी मधुर आवाज देकर खास पहचान बना ली थी।
उनके गाए गीतों में देवा बिजिटा, लोक हारूल, तेरी शादी री चिठ्ठी एवं साथो की अनामिका जैसे कई सुपरहिट जौनसारी गीत शामिल हैं। उनके आकस्मिक निधन पर जौनसारी कलाकारों ने दुःख व्यक्त किया है। उनका कहना है कि संजना राज का यूं जाना उनकी लोक संस्कृति के क्षेत्र में बहुत बड़ा नुकसान है।




