यहां एक गैंग के लीडर को उड़ाने की थी योजना, एसटीएफ ने दूसरी गैंग के चार शूटरों को दबोचा

ख़बर शेयर करें -

रुद्रपुर। एसटीएफ के हाथ बड़ी सफलता लगी है। टीम ने एक बैंग के चार शूटरों को गिरफ्तार किया है। यह किच्छा में दूसरे गैंग लीडर की हत्या करने आये थे। पुलिस ने चारों को कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया है।

एसटीएफ के मुताबिक उत्तराखंड में टॉप अपराधियों पर निगरानी रखने के डीजीपी उत्तराखंड के हालिया निर्देश का एसटीएफ ने किया श्रीगणेश किया। चार कुख्यात शूटरों से भारी मात्रा में असलाह भी बरामद किया है। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा कुछ दिन पहले एसटीएफ को निर्देश दिए थे कि उत्तराखंड के 50 ऐसे अपराधी जो अपराधिक गतिविधियों में लगातार सक्रिय चले आ रहे हैं, की लिस्ट बनाकर, उन पर कड़ी निगरानी रखी जाए। साथ ही साथ ऐसे अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इस निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा एसटीएफ की सभी यूनिटों को एक कार्य योजना बनाकर निर्देश दिए थे कि सभी अपने स्तर से उत्तराखंड में संगीन अपराधों में सक्रिय कुख्यात और अभ्यस्त अपराधियों की सूची तैयार कर उन पर निगरानी रखते हुए कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।

जिसके अनुपालन में एसटीएफ द्वारा उत्तराखंड में सक्रिय अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है, साथ ही ऐसे अपराधियों पर निगरानी रखना भी शुरू कर दिया है। इसी क्रम में एसटीएफ उत्तराखंड की टीम द्वारा किच्छा क्षेत्र में सक्रिय दो अपराधिक गेंगो की गतिविधियों पर निगरानी रखना शुरू ही किया था कि 29 मार्च को एसटीएफ को मिली सूचना पर सीओ एसटीएफ सुमित पाण्डे के नेतृत्व में एसटीएफ की कुमायूँ युनिट व किच्छा कोतवाली पुलिस द्वारा कल देर रात्रि संयुक्त रुप से किच्छा क्षेत्रान्तर्गत हल्द्वानी बाईपास रोड स्थित काली मंदिर के पास एक मकान से चार शूटरों को गिरफ्तार किया गया तथा उनके कब्जे से भारी मात्रा में असलाह व गोला-बारूद बरामद हुआ है।

यह भी पढ़ें 👉  शर्मनाकः सामूहिक दुष्कर्म का आरोप, नाबालिग को छत से फेंका, भड़का आक्रोश

एसटीएफ को सूचना मिली थी कि किच्छा क्षेत्रान्तर्गत काली मंदिर के पास एक मकान में कुछ अपराधी किस्म के व्यक्ति कई दिनों से रुके हैं जिनके पास कई प्रकार के हथियार हैं और वह किसी बड़ी घटना को घटित करने की फिराख में है, इस सूचना पर एसटीएफ द्वारा स्थानीय पुलिस से संपर्क कर एक ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत उक्त मकान को चारों तरफ से घेर कर मकान की दूसरी मंजिल के एक कमरे में छिपे 04 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से एक पिस्टल, दो 315 बोर तमंचा, एक 12 बोर तमंचा तथा भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए। 

गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ पर उनके द्वारा बताया गया कि वह स्थानीय अपराधी गगन दीप के लिए काम करते हैं। यहां उसी के कहने पर इकट्ठा हुए थे। गगनदीप द्वारा ही उक्त कमरे को किराए पर लिया गया था अभियुक्त गगनदीप पूर्व में कई बार जेल जा चुका है। गगनदीप सिंह की अपराध के क्षेत्र में वर्चस्व और व्यापार को लेकर सिमरनजीत सिंह के साथ रंजिश चल रही है। दोनों के द्वारा स्थानीय स्तर पर अपने अपने गैंग बनाए गए हैं। दोनों एक दूसरे को मारने की फिराक में रहते हैं। अभी कुछ दिन पहले सिमरन ने गगनदीप के ऊपर गोली चलाई थी, जिसमे गगनदीप बाल बाल बच गया था, जिससे गगनदीप ने उसे मारने की जिद ठान ली थी।

यह भी पढ़ें 👉  मौसम का मिजाज बिगड़ा: उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी

इसी कारण गगनदीप ने उनको यहां किराए के मकान पर रुकवाया था तथा सिमरन को कहीं अकेले में देखकर उसकी हत्या की फिराक में थे। आज सिमरनजीत आर्शीवाद होटल किच्छा पर आने वाला था। गिरफ्तार चार अपराधियों द्वारा वहीं पर उसकी हत्या को अंजाम देने का प्लान तैयार किया था। गिरफ्तार अभियुक्त राहुल श्रीवास्तव पूर्व में कई बार हत्या के प्रयास, रंगदारी आदि में जेल जा चुका है तथा उसके विरुद्ध जनपद नैनीताल, उधम सिंह नगर, दिल्ली कई स्थानों पर दर्जनभर अभियोग पंजीकृत है। पकड़े गए अभियुक्त राहुल श्रीवास्तव द्वारा बताया कि चार दिन पूर्व भी सिमरन के मिलने की सूचना थी। इसलिए सभी लोग गगनदीप के साथ उसे मारने गए थे, परंतु सिमरन वहां से ऐन वक्त पर निकल गया था। इसके अलावा गिरफ्तार अभियुक्त विपिन सिंह के विरुद्ध भी कई थानों में अभियोग पंजीकृत है ।

एसटीएफ की पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि गिरफ्तार बदमाश, स्थानीय अपराधी सिमरनजीत सिंह की हत्या के लिए आये थे और उन्हें यहाँ गगनदीप सिंह उर्फ रतनपुरिया द्वारा भाड़े पर बुलाया गया था। इनके द्वारा 04 दिन पूर्व भी सिमरनदीप के ठिकाने की रेकी कर उसे मारने की योजना बनाई गई थी, लेकिन उन्हें सफलता नही मिली। गिरफ्तार शूटरों में से एक राहुल श्रीवास्तव का गैंगस्टर पीपी के राइट हैंण्ड भुप्पी बोरा से कनेक्शन सामने आया है। वह भुप्पी बोरा के साथ एक्सटोरशन के केस में जेल जा चुका है।

एसटीएफ की इस कार्यवाही में आरक्षी गुरवंत सिंह की विशेष भूमिका रही। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक द्वारा एसटीएफ को उत्तराखंड में अपराधिक गतिविधियों में सक्रिय कुख्यात गैंगस्टर अपराधियों की सूची तैयार कर उन पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं इस क्रम में उत्तराखंड के के प्रत्येक जनपद में सक्रिय कुख्यात अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है। साथ ही उन पर निगरानी रखने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। एसटीएफ को पिछले कई दिनों से किच्छा क्षेत्र में बाहर के अपराधियों के सेल्टर लेने की सूचना मिल रही थी, जिस पर मेरे द्वारा एसटीएफ की कुमाँयू युनिट को तुरन्त कार्यवाही हेतु निर्देश दिये गये थे,

यह भी पढ़ें 👉  मौसम ने ली करवट: भारी बारिश, लैंडस्लाइड और बिजली गिरने का खतरा

जिस क्रम में कल टीम द्वारा किच्छा क्षेत्र में एक किराये के मकान में रेड की गयी और पूरे घर को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो टीम को उस घर से 04 बदमाश और उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार व गोला-बारूद बरामद हुआ। एसटीएफ की टीम द्वारा अब गगनदीप की तलाश में जगह जगह छापेमारी की जा रही है। बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में राहुल श्रीवास्तव पुत्र स्व0 हरीश श्रीवास्तव, निवासी सितारगंज बिच्छी चैराहा वार्ड नं० 10, थाना सितारगंज, जनपद उधम सिंह नगर। उम्र 31 वर्ष, विपिन ठाकुर पुत्र हतर सिंह, निवासी आवास विकास, वार्ड नं0 03 किच्छा, थाना किच्छा, जनपद उधम सिंह नगर। उम्र 21 वर्ष, .तौशिफ पुत्र शरीफ अहमद, निवासी हाथीबाग, वार्ड नं0 01 किच्छा, थाना किच्छा, जनपद उधम सिंह नगर। उम्र 19 वर्ष, काशिफ पुत्र हफीज प्रधान, निवासी निकट बड़ी मस्जिद वार्ड नं0 14 किच्छा, थाना किच्छा, जनपद उधम सिंह नगर। उम्र 29 वर्ष शामिल हैं।

Ad_RCHMCT