राज्य का उधम सिंह नगर जिले में अपराधिक गतिविधियां दिन पर दिन बढ़ती जा रही है जिसकी वजह से उधम सिंह नगर जिला क्राइम कैपिटल बनता जा रहा है लेकिन उधम सिंह नगर जिले का रुद्रपुर क्षेत्र आज के समय में आपराधिक गतिविधियों की वजह से नामी होता जा रहा है।उत्तराखंड की औद्योगिक नगरी रुद्रपुर में अब गुंडों तथा बदमाशों के बाद आतंकियों का आना- जाना भी हो रहा है और बिहार, छत्तीसगढ़, पंजाब, पश्चिम, बंगाल तथा हरियाणा के बड़े- बड़े बदमाश भी यहां आते- जाते रहते हैं और पंजाब के आतंकी भी रुद्रपुर में शरण लेने लगे हैं।
बता दें कि सिडकुल स्थापना के बाद कुमाऊं मंडल के प्रवेश द्वार उधम सिंह नगर में काफी तेजी से जनसंख्या वृद्धि हुई है क्योंकि नौकरी की तलाश में बाहरी युवा भी यहां आकर बसे। उधम सिंह नगर को मिनी पंजाब के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि 90 के दशक में तराई आतंकी गतिविधियों का गढ़ पंजाब रह चुका है।
यहां पंजाब में खालिस्तान नेशनल आर्मी के नाम से लोग जबरदस्ती घरों में पनाह लेते थे और यहां पर स्वर्णा, हीरा, घोड़ा जैसा आतंकियों का भय लगा रहता था। वहीं दूसरी तरफ रुद्रपुर भी आतंकियों का गढ़ बनता जा रहा है।
रुद्रपुर की व्यापारी की दुकान के आगे फायरिंग कर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर एक करोड़ की फिरौती की धमकी का मामला सामने आया है और काशीपुर में शरण के लिए खूंखार गैंगस्टर से मुठभेड़ के बाद एसटीएफ ने पंजाब में आतंकी हमले के साजिशकर्ता को शरण देने वाले चार युवकों को भी गिरफ्तार किया है


