चन्द्रशेखर जोशी
रामनगर:-रचनात्मक शिक्षक मण्डल की पहल पर स्कूली बच्चों के साथ तीन दिनों तक होने वाले भगतसिंह जन्मदिवस कार्यक्रम आज विधिवत शुरू हो गये।
किसान इंटर कालेज पीरूमदारा में हुए आज के कार्यक्रम की शुरुआत अजीमुल्ला खां द्वारा लिखे गए 1857 के गदर के प्रयाण गीत,हम हैं इसके मालिक के सामूहिक गायक से हुई।उसके पश्चत मेरा रंग दे बसंती चोला,सरफ़रोशी की तमन्ना आदि गीत भी गाये गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एल आई सी चीफ रिक्रूटनल ऑफिसर डी पी असवाल ने बोलते हुए कहा भारतीय समाज के लिए भगतसिंह के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके जीवित रहते थे।
भगतसिंह औऱ उनके समाजवादी,धर्मनिरपेक्ष विचार हमेशा भी भारतीय समाज के लिये पथ प्रदर्शक का काम करेंगे।उन्होंने तब ही कह दिया था कि आजादी के बाद गोरे अंग्रेजों का स्थान काले अंग्रेज ले लेंगे।
आज उनका यह वक्तव्य पूर्णरूपेण सत्य साबित हो रहा है।कार्यक्रम आयोजक नवेन्दु मठपाल ने कहा भगतसिंह के जीवन और विचारों का यदि गहराई से विश्लेषण किया जाय तो हम पाते हैं कि उन्होंने सामाजिक विकास के वैज्ञानिक सिद्धान्तों को न केवल पहचाना वरन लागू भी किया।
भगतसिंह ने ठोस विचारों यानी वैज्ञानिक आधार पर ऐतिहासिक भौतिकवादी सांचे में ढले चिंतन और क्रांतिकारी चरित्र की दृढ़ता पर न केवल बल दिया बल्कि अपने साथियों के साथ उन्होंने इसकी मिसाल भी कायम की।शिक्षिका लक्ष्मी आर्या ने जानकारी दी कि तीन दिन तक होने वाले इन कार्यक्रमों के समापन पर 28 सिंतम्बर को विभिन्न विद्यालयों में भगतसिंह जयंती पर विशेष कार्यक्रम होंगे।
प्रतिभागी बच्चों द्वारा इस मौके पर भगतसिंह का चित्र बनाने के साथ साथ उनके द्वारा लिखे गए पत्रों व विद्यार्थी औऱ राजनीति,अछूत समस्या,साम्प्रदायिक दंगे और उनका इलाज,मेँ नास्तिक क्यों हूं का वाचन किया गया।पत्र,व लेख वाचन की प्रतियोगिता में हर्षिता,खुशी खैरा, रानी कश्यप,मानसी प्रकाश,प्रशान्त ने बाजी मारी।
भगतसिंह का चित्र बनाओ प्रतियोगिता में रक्षित पटवाल,अंकित रावत,आदित्य बिष्ट व मीत ने बाजी मारी।इस मौके पर रीना रावत,कुलदीप चन्द्र,लक्ष्मी आर्या,किरण रावत,माही खत्री,कृष कुमार,करन सिंह,किरन मौजूद रहे।


