आज के आधुनिक दौर में भी लोगों की सोच जातिवाद से ऊपर नहीं उठ भाई है अब आप सोचेंगे हम इस प्रकार की बात क्यों कर रहे हैं तो जानकारी कहां से बता दे उत्तराखंड में जातिवाद को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है जिसमें एक अनुसूचित जाति के युवक की गांव के मंदिर में प्रवेश करने की वजह से लोगों के द्वारा जमकर पिटाई कर दी गई यह मामला उत्तरकाशी का है यहां मंदिर में प्रवेश करने पर गांव के ही अनुसूचित जाति के युवक की पिटाई कर उसे कोयले से दागा गया है।
इतना ही नहीं यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि गांव के ही कुछ सवर्ण युवाओं ने अनुसूचित जाति के एक युवक को मंदिर के अंदर करीब 16 घंटे तक बंधक बनाए रखा। फिलहाल गंभीर रूप से घायल युवक को मोरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है। जहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर देहरादून रेफर कर दिया गया है।
इस घटना से जहां पूरे गांव में तनाव का माहौल है वहीं सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस विभाग की टीम ने गांव के पांच युवकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया है।
जानकारी के अनुसार राज्य के उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लाक के बैनोल गांव निवासी अनुसूचित जाति के आयुष पुत्र अतर लाल बीते नौ जनवरी को अपने गांव के निकट ही सालरा स्थित कौंल महाराज (शिव मंदिर) के मंदिर में प्रवेश किया।
बताया गया है कि इसी दौरान सवर्ण जाति के कुछ युवाओं ने मंदिर का गेट बंद कर दिया। इतना ही नहीं युवकों ने आयुष पर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर उसकी पिटाई की और उसे जलते हुए अंगारों (कोयला) से दागा। घटना की सूचना मिलने पर आयुष के पिता दस जनवरी को सुबह मंदिर में पहुंचे और आरोपी युवकों से बेटे को छोड़ने की गुहार लगाने लगे।
जिस पर आरोपियों ने पिता के सामने भी आयुष को बेरहमी से पीटा और उसके कपड़े फाड़ कर नग्न कर डाला। खैर दोपहर बाद आयुष ने किसी तरह आरोपियों के चंगुल से बचकर अपनी जान बचाई परंतु इस घटना से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जिस पर परिजनों ने उसे मोरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां से उसे हायर सेंटर देहरादून रेफर कर दिया गया है।
संबंध में आयुष के पिता अतर लाल की तहरीर पर पांच आरोपित युवक भग्यान सिंह, चैन सिंह, जयवीर सिंह, ईश्वर सिंह, आशीष सिंह के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया है। मामला सामने आने के बाद उत्तरकाशी के जिलाधिकारी ने भी पुरोला के उपजिलाधिकारी को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। बताया गया है कि मामले की जांच के लिए मोरी पुलिस की एक टीम पीड़ित का बयान लेने देहरादून रवाना हो गई है


