रामनगर – राम दत्त जोशी सयुंक्त अस्पताल में उपचार के अभाव में अब मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा सरकारी अस्पताल पीपीपी मोड में जाने के बाद अब सुविधाओं से वंचित चल रहे अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को तैनात चिकित्सकों द्वारा सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का निर्णय लिया गया है। ज्ञात रहे कि रामनगर का सरकारी अस्पताल कुमाऊं व गढ़वाल के प्रवेश द्वार पर स्थित है इस अस्पताल में रामनगर व आस पास के क्षेत्रों के अलावा विभिन्न पर्वतीय क्षेत्रों से भी हर रोज भारी संख्या में मरीज उपचार कराने के लिए आते थे लेकिन चिकित्सालय में सुविधाएं व ऑपरेशन जैसी समस्या का समाधान ना होने के कारण मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों की शरण में जाने के साथ ही महंगे दामों में है उपचार कराने के लिए मजबूर होना पड़ता था इसके साथ ही समय पर उपचार न मिलने के कारण कई मरीजों को अपनी जिंदगी भी दांव पर लगानी पड़ती थी अस्पताल में चिकित्सा सुविधाएं बेहतर करने को लेकर कई बार धरने प्रदर्शन भी किए गए वही प्रदेश सरकार द्वारा रामनगर के सरकारी अस्पताल को पीपीपी मोड में देने का निर्णय लिया गया था और 7 जुलाई से पीपीपी मोड में अस्पताल जाने के बाद यहां पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती होने के बाद यहां उपचार के लिए आने वाले मरीजों को अब बेहतर सुविधाएं मिलनी शुरू हो गई हैं अभी तक इस चिकित्सालय में दर्जनों ऑपरेशन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का सफलतापूर्वक उपचार किया जा चुका है तथा नॉर्मल डिलीवरी भी भारी संख्या में हो चुकी है इसके साथ ही हर्निया बीमारी से संबंधित भी विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ऑपरेशन के बाद मरीजों को राहत प्रदान की गई है पूर्व में अस्पताल में सर्जन ना होने के कारण खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था चिकित्सालय के डॉक्टर राकेश कुमार वाटर ने बताया कि अस्पताल में 20 से अधिक चिकित्सक तैनात किए जा चुके हैं जिसमें महिला चिकित्सक भी शामिल है विशेषज्ञ चिकित्सकों के रूप में सर्जन ,बाल रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ ,आई सर्जन ,फिजीशियन ,ईएनटी चिकित्सकों को भी तैनाती की गई है उन्होंने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को सरकार द्वारा निर्धारित मूल्यों पर ही उपचार दिया जाएगा तथा मरीजों को निशुल्क दवा भी उपलब्ध कराई जाएगी उपचार के दौरान मरीजों से किसी भी प्रकार का कोई ज्यादा मूल्य नहीं लिया जाएगा अस्पताल में नए चिकित्सकों की तैनाती के बाद अब यहां मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है उन्होंने बताया कि उनका प्रयास है कि यहां आने वाले मरीजों को सरकार के दिशा निर्देशों के तहत उपचार उपलब्ध कराया जाएगा तो वही अब मरीजों को यहां आने के बाद प्राइवेट चिकित्सालय की जहां एक ओर शरण नहीं लेनी होगी तो वही मरीजों की जेब पर भी काफी बचत होगी।