रानमगर – शहीद ए आजम भगतसिंह के जन्मदिवस 28 सितम्बर तक रोजाना रचनात्मक शिक्षक मण्डल द्वारा क्षेत्रों में भगतसिंह को पढा जाय, भगतसिंह को जाना जाय अभियान के तहत आज पवलगढ़ व मालधन में कार्यक्रम हुए। उनकी याद में बैैैलपड़ाव मे पुस्तकालय खोला गया।पवलगढ़ में शिक्षक मण्डल द्वारा स्थापित प्रेमचंद स्मृति पुस्तकालय में भगतसिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम किया गया।।प्रतिभागी बच्चों में से प्रियंका उपाध्याय,दिया बबाड़ी,ललित तिवारी,पारस उपाध्यय,पंकज बबाड़ी ने भगतसिंह के जीवन की विभिन्न घटनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।कार्यक्रम आयोजक नवेंदु मठपाल ने कहा भगतसिंह न सिर्फ वीरता,साहस,देशभक्ति,दृढता ओर आत्मबलिदान के गुणों के सर्वोत्तम उदाहरण हैं,वरन वे अपने लक्ष्य के प्रति स्पष्टता,वैज्ञानिक,ऐतिहासिक दृष्टिकोण से सामाजिक समस्याओं के विश्लेशनवाले अद्भुत बौद्धिक क्रांतिकारी व्यक्तित्व के प्रतिरुप भी थे।संचालक पवलगढ़ प्रकृति प्रहरी के मनोहर सिंह मनराल ने कहा भगतसिंह ने जीवन के कुल 23 बर्ष ही पूरे किये।बच्चों द्वारा भगतसिंह के चित्र बनाने के साथ उनके पिता,भाई व दोस्तों को लिखे गए पत्रों व लेखों का भी वाचन किया।असम्बली में बम फेंकते वक्त हाल में उनके द्वारा फेंके गए पर्चे का भी वाचन किया गया।विद्यार्थी ओर राजनीति,अछूत समस्या,साम्प्रदायिक दंगे ओर उनका इलाज को भी पढ़ा गया।विजेता बच्चों को पुरुस्कृत भी किया गया।इस दौरान ग्राम प्रधान तुलसी देवी,प्रधान रमेश बधानी,माधो सिंह बिष्ट,नवीन भट्ट,हरीश त्रिपाठी,कृष्णानन्द जोशी,पूरन बिष्ट,कैप्टन उम्मीद सिंह रावत,चिंतामणि कांडपाल,रमेश बधानी मौजूद रहे।बैलपड़ाव में हरिशंकर ममगई के दिशा निर्देशन में दीनबंधु पुस्तकालय ख़ोले गया।
मालधनचोड़ चन्द्रनगर में भी शिक्षक मण्डल के कार्यक्रम में भगतसिंह को याद किया गया।जाने माने फोटोग्राफर दीप रजवार ने देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किये।जबकि संचालन इंद्रजीत ने किया।इस मौके पर राकेश कुमार,जगन्नाथ,विनोद कुमार,लालसिंह,विर्मेद,विपिन कुमार ग्राम प्रधान विनोद नारायण आदि मौजूद रहे।