सेव द स्नेक सोसायटी द्वारा फिर बचाई गई एक युवक की जान
रामनगर – जैसा कि आप जानते हैं कि रामनगर का क्षेत्र अधिकांश हिस्सा जंगलों से लगा हुआ है जिस वजह से गर्मी व बरसात होने के बाद आबादी क्षेत्रों में विषैले सांप निकलना व सांपों द्वारा किसी को काट लेना आम बात हो गई है, अगर रामनगर क्षेत्र में कहीं भी सांप दिखाई देता है तो लोगों की जुबां पर सबसे पहले रामनगर सेव द स्नेक सोसाइटी का ही नाम आता है सोसाइटी द्वारा लोगों के घरों में आए सांपों को अपनी जान को जोखिम में डालकर निस्वार्थ सेवा भाव से सुरक्षित रेस्क्यू कर वन विभाग की मदद से सोसाइटी द्वारा घने जंगलों में आजाद किया जाता है।
सोसायटी के अध्यक्ष चन्द्रसेन कश्यप ने बताया की सोसायटी द्वारा अभी तक लगभग 20,000 से अधिक विषैले व दुर्लभ प्रजातियों के सांपों को पकड़ कर धने जंगलों में वन विभाग की मदद से आजाद किया गया है और साथ ही सांपों के काटने के उपरांत 1000 से अधिक लोगों की उपचार कर जान बचाई गई है जिसमें आज पीरुमदारा दया रामपुर टांडा निवासी सूरज को खेत में काम करते समय एक विषैले सांप ने काट लिया था जिसके उपरांत सूरज वह उनके मित्रों द्वारा सेव द स्नेक सोसाइटी से संपर्क किया जहां सर्प विशेषज्ञ चंद्रसेन कश्यप व विक्की कश्यप द्वारा सूरज का उपचार कर सूरज की जान बचाई गई सूरज को पूरी तरह से स्वस्थ होने के उपरांत सोसायटी द्वारा उपचार के बाद घर भेज दिया गया।