वरिष्ठ कवि त्रिलोचन के नाम से खुला पुस्तकालय…
रामनगर – हिंदी के वरिष्ठ कवि त्रिलोचन शास्त्री की स्मृति मे उनके नाम पर आज पवलगढ़ में रचनात्मक शिक्षक मण्डल की पहल पर बाल पुस्तकालय खोला गया।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री बी एन पांडे रहे।उन्होंने इस पहलकदमी का स्वागत करते हुए कहा कि अच्छी किताबों का कोई विकल्प नही हो सकता।ऐसे समय में जब कि मोबाइल के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं हमें फिर से किताबें पढ़ने की प्रवर्ति को विकसित करना होगा। जिस बच्चे के अंदर पढ़ने की प्रवर्ति होगी वह जीवन में कभी भी असफल नही हो सकता।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पवलगढ़ प्रकृति प्रहरी के श्री मनोहर सिंह मनराल ने कहा कि उनका लम्बे समय से सपना था कि स्कूली बच्चों के लिए एक पुस्तकालय हो,आज वह सपना पूरा हो गया।उन्होंने कहा यह पुस्तकालय निश्चित रूप से क्षेत्र के बच्चों के समग्र विकास में सहायक होगा।कार्यक्रम संयोजक शिक्षक मण्डल के नवेंदु मठपाल ने जानकारी दी कि शिक्षक मण्डल द्वारा जनसहयोग से रामनगर के ग्रामीण क्षेत्रों में 15 पुस्तकालय ख़ोले जा चुके हैं अब कोटाबाग के ग्रामीण क्षेत्रों में पुस्तकालय ख़ोले जाने की शुरुआत की जा चुकी है।कार्यक्रम की शुरूआत कवि त्रिलोचन की कविता चंपा काले अक्षर नही चिन्हति से हुई।मठपाल ने त्रिलोचन की कविता व जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि पुस्तकालय में हिंदी साहित्य के साथ विश्व साहित्य केबप्रमुख लेखकों की पुस्तकें हैं।सभी पुस्तकें बाल मनोविज्ञान को आधार बना लिखी गयी हैं ताकि बच्चों के भीतर पढ़ने की रुचि पैदा हो।भविष्य में इन पुस्तकालयों में बच्चों की विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित करवाई जायेंगी।इस मौके पर वरिष्ठ चित्रकार सुरेशलाल,नेचर गाइड भाष्कर सती,निहाल सिंह,दिनेश चंद्र बधानी, कुबेर सिंह रावत,कार्बेट विकास समिति के मोहन चन्द्र पांडे,विक्की मनराल,प्रियंका उपाध्याय,दिया बबाड़ी मौजूद रहे।