भीम आर्मी का आरोप, प्रशासन को भ्रमित कर तुड़वाया मकान, मुकदमा दर्ज होने पर मनोज गोस्वामी बैठा धरने पर

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हल्द्वानी। भीम आर्मी के नगर अध्यक्ष विकास कुमार के नेतृत्व में शिष्ट मंडल ने पुलिस अधीक्षक से जीतराम पर हो रहे अत्याचार से मुक्ति दिलवाए जाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने मनोज गोस्वामी पर भी पुलिस-प्रशासन को दबाव में लेने के लिए धरने में बैठने का आरोप लगाया है। 

उन्होंने एसपी को बताया कि जीतराम पुत्र  गोपराम निवासी दमुवाढुंगा अपनी तीन पीढ़ियों से खेती का कार्य करके अपने परिवार का पालन पोषण करते आ रहे हैं। परिवार को रहने के लिए जगह की कमी को देखते हुए एक छोटा सा भवन का निर्माण करवा रहे थे। जिसे देखकर मनोज गोस्वामी नामक दबंग व्यक्ति ने जीतराम से  2000 वर्ग फिट जगह की मांग की और जगह न देने पर निर्माणाधीन भवन को क्षेत्रीय प्रशासन से शिकायत करके तुड़वाने की धमकी दी। जीतराम ने जगह देने से इंकार कर दिया तो मनोज गोस्वामी ने प्रशासन भ्रमित करके गलत सूचना देकर मेरा निर्माणाधीन भवन को ध्वस्त करवा दिया। जबकि उसके मकान से पहले काफी मकान बने हुए हैं। जो उसके मकान के अगल-बगल मौजूद हैं।

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बावजूद इसके उन मकानों पर कार्रवाई नहीं की गई। बतौर जीतराम उसके पास 1973 की जिला पंचायत के टैक्स की रसीदें भी मौजूद हैं। मनोज गोस्वामी द्वारा 2000 वर्ग फिट जगह मांगने की शिकायत उसने काठगोदाम थाने में लिखित रूप में दी तो पुलिस द्वारा जांच किए जाने के बाद मनोज पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया, तब पुलिस पर दबाव डालने के लिए पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठ गया है और पुलिस के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहा है। ज्ञापन के माध्यम से एसपी से पूरे प्रकरण की जांच कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। चेतावनी दी है कि यदि इंसाफ नहीं मिला तो उसे धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। ज्ञापन देने वालों में सिराज अहमद,  नफीस अहमद खान, विकास कुमार, जीतराम हरीश लोधी, आर पी गंगोला, अताउल्लाह सैफी, सुंदरलाल बौद्ध, विद्या देवी, माला देवी, गीता आदि मौजूद रहे।