रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा मार्ग में लगातार ग्लेशियरों के टूटने की खबर है। इसके चलते गुरूवार की दोपहर बाद एक बार फिर यात्रा पर रोक लगानी पड़ी है। 5 मई को मौसम सामान्य होने के बाद ही यात्रियों को आगे बढ़ने की अनुमति दी जाएगी।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग विगत सायं को भैंरों गदेरे एवं कुबेर ग्लेशियर पर ग्लेशियर टूटने के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग आवागमन हेतु बंद हो गया था। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए डीडीएमए, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों ने दोनों ग्लेशियरों से बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है।
भैंरों ग्लेशियर से बर्फ हटाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है जबकि कुबेर ग्लेशियर पर बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है जो कि पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों के लिए ही यात्रा मार्ग खोल दिया गया था किन्तु 2 बजकर 25 मिनट पर भैरों ग्लेशियर पर दुबारा ग्लेशियर टूटने के कारण यात्रा मार्ग आवाजाही हेतु पूर्णतः बंद हो गया है।
इधर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि यात्रा मार्ग पूरी तरह से सुचारू न होने तक केदारनाथ की यात्रा पर न जाएं जिस स्थान पर हैं उसी स्थान पर सुरक्षित रहें। उन्होंने यह भी कहा कि जो यात्री हैली सेवा से दर्शन करना चाहते हैं वो हैली सेवा के माध्यम से केदारनाथ धाम के दर्शन कर सकते हैं l उन्होंने यात्रा मार्ग में दोनों ग्लेशियर पर तैनात डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एन डी आर एफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों को निर्देश दिए कि अपनी सुरक्षा के साथ ही तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखें।
उन्होंने अवगत कराया कि दिनांक 05.05.2023 को मौसम ठीक रहने पर यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत् सोनप्रयाग एवं गौरीकुण्ड में रूके यात्रियों को सीमित संख्या में ही केदारनाथ पैदल जाने की अनुमति होगी। उन्होंने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वर्तमान में मौसम को ध्यान में रखते हुये 02-03 दिनों तक श्री केदारनाथ की यात्रा न करेें एवम् वर्तमान में जिन स्थानों पर ठहरे हैं, उन्हीें स्थान पर सुरक्षित रहें तथा मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार से ही अपनी यात्रा का प्लान तैयार करें।