नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, लालकुआँ की ओर से भीमताल में सुशासन दिवस एवं भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष (अटल स्मृति वर्ष) के अवसर पर वर्ष 2024–25 के दुग्ध संकलन एवं वितरण कार्य की वार्षिक समीक्षा बैठक, बोनस एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा ने की। शुभारंभ भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष मुकेश बोरा ने अटल जी के सुशासन, राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके सिद्धांत आज भी सहकारिता आंदोलन को दिशा दे रहे हैं।
मुख्य अतिथि एवं संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा ने कहा कि दुग्ध उत्पादक ही सहकारी संघ की मूल शक्ति हैं। उनके परिश्रम, विश्वास और सहयोग से ही संघ निरंतर प्रगति कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि समय पर भुगतान, पारदर्शी व्यवस्था और गुणवत्ता आधारित प्रोत्साहन संघ की प्राथमिकताएं हैं तथा बोनस और पुरस्कार वितरण इसी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
संघ द्वारा प्रस्तुत वार्षिक लेखा-जोखा के अनुसार वर्ष 2024–25 में कुल 2,72,238 लीटर दूध का संकलन किया गया, जिसके अंतर्गत ₹12.67 करोड़ की दूध खरीद हुई। इस अवधि में संघ को ₹14.18 लाख का कुल लाभ और ₹9.13 लाख का शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ, जो 10.8 प्रतिशत रहा। प्रति लीटर औसत लाभ लगभग ₹18 दर्ज किया गया। सर्वाधिक योगदान चॉफी समिति का रहा, जबकि नयना समिति ने सर्वाधिक दुग्ध संकलन किया।
संघ प्रबंधन ने बताया कि वर्ष भर में कुल व्यय ₹50.44 लाख रहा, जबकि विभिन्न समितियों के माध्यम से ₹1.08 करोड़ से अधिक मूल्य का दुग्ध संकलन किया गया। यह संघ की पारदर्शी और सुदृढ़ प्रबंधन प्रणाली को दर्शाता है। धूम, ताड़ा, सूरी, चॉफी और मिरुवा सिंगल समितियों का प्रदर्शन भी सराहनीय रहा।
कार्यक्रम में छह दुग्ध समितियों—नयना, थूम, ताड़ा, सूरी, चॉफी और मिरुवा सिमेल—ने प्रतिभाग किया। पुरस्कार और बोनस वितरण के तहत नयना दुग्ध समिति को ₹2,03,833.96 की पुरस्कार राशि और ₹94,401.52 का बोनस, ताड़ा समिति को ₹2,03,633.33 पुरस्कार और ₹94,314.41 बोनस, तथा सूरी समिति को ₹1,87,844.20 पुरस्कार और ₹8,701.03 बोनस प्रदान किया गया। अन्य दुग्ध उत्पादकों को भी उनके उत्पादन के अनुसार बोनस दिया गया।
संघ अध्यक्ष के नेतृत्व में विपणन एवं उपार्जन अधिकारियों द्वारा गांव-गांव भ्रमण कर दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहित किया गया, जिससे उनमें नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ। कार्यक्रम का संचालन पी.एंड.आई. सुभाष बाबू ने किया और समापन आभार प्रदर्शन के साथ हुआ।
इस अवसर पर संचालक मंडल सदस्य, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, पशु चिकित्सक, सामाजिक कार्यकर्ता, ग्राम प्रधान, दुग्ध समिति पदाधिकारी, बड़ी संख्या में दुग्ध उत्पादक और संघ के कर्मचारी उपस्थित रहे।




