corbetthalchal ramnagar-रामनगर कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत द्वारा स्मार्ट विद्युत मीटर तोड़े जाने के विवाद में सोमवार को हल्द्वानी के मेयर गजराज बिष्ट भी कूद पड़े। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हरीश सती के आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान हल्द्वानी नगर निगम के मेयर गजराज बिष्ट ने प्रदेश सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में यूसीसी लागू करने के बाद राज्य का पूरे देश में मान बढ़ा है।
राज्य सरकार की उपलब्धियों को देखते हुए विपक्ष बौखला गया। कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ तथा पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत द्वारा स्मार्ट विद्युत मीटर के नाम पर की जा अराजकता विपक्ष की बौखलाहट का सबूत है। जबकि एक कोई नए मीटर नहीं हैं बल्कि पुराने विद्युत मीटर का ही अगला अपडेट वर्जन है। प्रीपेड मीटर के नाम पर इनके द्वारा झूठ परोसा जा रहा है।
कांग्रेस नेता इस मीटर की कीमत के बारे में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं जबकि इसके लिए उपभक्ताओं से कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है। मीटर बदलने पर उपभोक्ताओं को दी जा रही पर्ची पर भी इसके नि:शुल्क होने का उल्लेख है। जिन कांग्रेसी नेताओं द्वारा उत्तराखंड में इन मीटर का विरोध किया जा रहा है, उन्हें यह भी पता नहीं कि कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश जैसे शासित राज्यों सहित देश के कई राज्यों में यह मीटर लग चुके हैं।
कांग्रेस के नेता यदि सरकार की किसी नीति का विरोध करना ही चाहते हैं रचनात्मक राजनीति का परिचय देते हुए गुंडागर्दी छोड़कर सकारात्मक विरोध करें। विरोध की आड़ में देवभूमि में अराजकता फैलाने का प्रयास सफल नहीं होने दिया जाएगा। स्मार्ट विद्युत मीटर से लाखों के बिल आने के सवाल पर भाजपा नेता बिष्ट ने कहा कि ऐसे प्रकरण किसी साजिश के नहीं बल्कि तकनीकी मीटर जंपिंग के हैं।
संज्ञान में आते ही विभागीय अधिकारियों द्वारा तत्काल इस त्रुटि को दूर किया जा रहा है। उन्होंने स्मार्ट मीटर को जनता के लिए लाभदायक बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से लोग अपने बिजली खर्च को खुद ही कंट्रोल कर सकते हैं। कोई फॉल्ट आदि होने पर शिकायत की भी जरूरत नहीं है। सेंसर के माध्यम से विभाग लोकेशन ट्रेस करके खुद ही फॉल्ट रिपेयर कर देगा। इस मौके पर हरीश सती, सत्यप्रकाश शर्मा, राकेश अग्रवाल, सुबोध चमोली आदि मौजूद रहे।


