क्रिप्टो के नाम पर करोड़ों का खेल – व्हाट्सएप ग्रुप से ठगी, STF की सर्जिकल स्ट्राइक

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उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर क्राइम पुलिस ने “ऑपरेशन प्रहार” के तहत बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। तिहाड़ जेल में बंद एक कुख्यात साइबर अपराधी मनदीप सरकार को बी-वारंट पर निकालकर देहरादून की अदालत में पेश किया गया। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि यह आरोपी भारत सहित कई देशों में फैले एक संगठित साइबर ठगी रैकेट का हिस्सा है।

अभियुक्त ने पीड़ितों को पहले “FINANCIAL GAME W1” और “EG-Junior Group V1” जैसे व्हाट्सएप ग्रुपों में जोड़ा, जहां उन्हें ऑनलाइन ट्रेडिंग और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर अधिक लाभ का लालच दिया गया। इसी झांसे में आकर एक देहरादून निवासी पीड़ित से कुल ₹2.67 करोड़ की ठगी की गई।

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जांच में पता चला कि मनदीप खुद को “VIYAKA एक्सचेंज” वेबसाइट का कर्मचारी बताकर फर्जी निवेश योजनाओं के लिंक भेजता था। पीड़ित को मुनाफे का झांसा देकर विभिन्न बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए गए।

तकनीकी साक्ष्य जुटाने के लिए साइबर टीम ने बैंक खातों, मोबाइल नंबरों, व्हाट्सएप ग्रुपों और संबंधित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से डेटा एकत्र कर विश्लेषण किया। जांच में यह भी सामने आया कि कुछ ही महीनों में आरोपी के खातों में करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है। इसके अतिरिक्त, आरोपी के खिलाफ अन्य राज्यों में भी साइबर अपराधों से जुड़ी एफआईआर दर्ज हैं।

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मनदीप सरकार, पुत्र पुलिन बिहारी, निवासी बाबनपुर, जिला 24 परगना, पश्चिम बंगाल, पहले से ही थाना स्पेशल सेल दिल्ली में FIR संख्या 275/2024, धारा 420/120B के तहत गिरफ्तार होकर तिहाड़ जेल में बंद था।

उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक  दीपम सेठ के मार्गदर्शन में, एसटीएफ की टीम लगातार साइबर अपराधों के विरुद्ध अभियान चला रही है। इस मामले की निगरानी ADG लॉ एंड ऑर्डर/साइबर डॉ. वी. मुरुगेसन और IG डॉ. नीलेश आनंद भरने द्वारा की जा रही है।

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  नवनीत सिंह ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी ऑनलाइन निवेश, संदिग्ध लिंक, अंजान कॉल या फर्जी ऑफर्स के झांसे में न आएं। संदेह होने पर तुरंत साइबर थाना या 1930 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।

टीम में शामिल अधिकारी:

निरीक्षक:  देवेंद्र नवियाल

अपर उप निरीक्षक:  मुकेश चंद्र

हे०का०:  दिनेश पालीवाल

का०:  नितिन रमोला

का०:  अभिषेक

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