हल्द्वानी–काठगोदाम एवं रामनगर में शहरी नदी प्रबंधन योजना (URMP) हेतु स्थलीय निरीक्षण सम्पन्न

ख़बर शेयर करें -

Corbetthalchal राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय एवं नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ अर्बन अफेयर्स, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में तैयार की जा रही शहरी नदी प्रबंधन योजना (Urban River Management Plan – URMP) के अंतर्गत हल्द्वानी–काठगोदाम एवं रामनगर नगरों में द्वितीय बहुहितधारक कार्य समिति (Multi-Stakeholder Working Group – MSWG) की बैठक के उपरांत,

राज्य स्वच्छ गंगा मिशन, उत्तराखण्ड, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ अर्बन अफेयर्स  एवं ली एसोसिएट्स की संयुक्त टीम द्वारा 9 एवं 10 अक्टूबर, 2025 को स्थलीय निरीक्षण किया गया।

हल्द्वानी–काठगोदाम में निरीक्षण निरीक्षण के दौरान टीम द्वारा नगर निगम हल्द्वानी के लिगेसी वेस्ट साइट, सीवेज शोधन संयंत्र, कैंटोनमेंट बोर्ड क्षेत्र, नदी तटीय क्षेत्र, हल्द्वानी नाला एवं काठगोदाम नाला का भ्रमण किया गया।
टीम के साथ उत्तराखण्ड पेयजल निगम के अभियंता ने एसटीपी संचालन व्यवस्था एवं प्रस्तावित 20 केएलडी को-ट्रीटमेंट प्लांट के संबंध में जानकारी साझा की।

यह भी पढ़ें 👉  दिल्ली धमाके के बाद अलर्ट मोड पर नैनीताल पुलिस, जिलेभर में फ्लैग मार्च और सघन चेकिंग


वन विभाग के प्रतिनिधियों ने नदी तटों पर वृक्षारोपण एवं तटीय क्षेत्र संरक्षण की पहल पर विस्तृत जानकारी दी।
इसके अतिरिक्त नगर निगम अधिकारियों द्वारा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं विरासत अपशिष्ट निस्तारण की प्रगति पर प्रस्तुति दी गई।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर-(देहरादून) मुख्यमंत्री ने दिये वन विभाग के आरोपित अधिकारियों के विरूद्ध पुनः जांच एवं अभियोजन का अनुमोदन

रामनगर में टीम द्वारा कोसी बैराज, 7 एमएलडी एसटीपी, नालों की स्थिति, वार्ड 1 से 6 तक की सीवर योजना, तटीय कार्य क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया।


निरीक्षण के दौरान उत्तराखण्ड पेयजल निगम के अभियंता ने STP संचालन एवं 32 केएलडी को-ट्रीटमेंट प्लांट की प्रगति के संबंध में अवगत कराया। टीम द्वारा दोनों नगरों में नदी तटीय क्षेत्र, अपशिष्ट प्रबंधन, पुनः उपयोग योग्य जल, नालों की स्थिति एवं शहरी जल-प्रणालियों के एकीकृत प्रबंधन के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई।


राज्य स्वच्छ गंगा मिशन के मॉनिटरिंग विशेषज्ञ रोहित जयाड़ा ने बताया कि स्थलीय निरीक्षण का उद्देश्य विभागीय समन्वय को सुदृढ़ कर नदी-केन्द्रित शहरी योजना (River-Centric Urban Planning) के लिए व्यवहारिक हस्तक्षेप क्षेत्रों की पहचान करना है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: प्रशासन ने अपनाया कड़ा रुख, बड़े बकायेदारों की संपत्ति कुर्क 


टीम में ली एसोसिएट्स, एनआईयूए, राज्य स्वच्छ गंगा मिशन, नगर निगम हल्द्वानी–काठगोदाम, नगर पालिका परिषद् रामनगर, पेयजल निगम, सिंचाई विभाग एवं वन विभाग के अधिकारी सम्मिलित रहे।
निरीक्षण के पश्चात टीम ने दोनों नगरों के लिए प्रारंभिक निष्कर्ष एवं सुझावों को संकलित कर आगामी चरण में शहरी नदी प्रबंधन योजना के ड्राफ्ट प्लान में सम्मिलित किया जायेगा I

Ad_RCHMCT