हल्द्वानी में डीएम सख्त: राजस्व और कानून व्यवस्था पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं

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हल्द्वानी। जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल ने सोमवार को कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में आयोजित मासिक स्टाफ बैठक में जिले के राजस्व, कानून व्यवस्था और विभिन्न विभागीय कार्यों की गहन समीक्षा की। बैठक के दौरान उन्होंने न्यायालयों में लंबित वादों, अभियोजन कार्यों, राजस्व वसूली, विविध देय, मुख्यमंत्री घोषणाओं और सीएम हेल्पलाइन से जुड़ी शिकायतों की स्थिति का जायजा लिया।

जिलाधिकारी ने न्यायिक और राजस्व कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश देते हुए सभी उप जिलाधिकारियों और तहसीलदारों से कहा कि वे नियमित रूप से अपने न्यायालयों में बैठकर नए और पुराने लंबित राजस्व मामलों का अभियान चलाकर निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आमजन के कार्य समय पर पूरे हों और किसी भी व्यक्ति को अनावश्यक रूप से तहसील के चक्कर न लगाने पड़ें।

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भूमि संबंधी राजस्व मामलों को प्राथमिकता के आधार पर समय से पूर्ण करने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने अवैध अतिक्रमण को तत्काल हटाने और ध्वस्त करने के आदेश भी दिए। उन्होंने पटवारियों के माध्यम से गांवों में चौपाल आयोजित कर सार्वजनिक रूप से खतौनी पढ़ने और निर्विवाद विरासतन मामलों का शीघ्र निस्तारण जारी रखने को कहा। इस माह प्रगति कम होने पर नाराजगी जताते हुए बताया गया कि अब तक जिले में 1338 विरासतन मामलों का निस्तारण किया जा चुका है।

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सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि प्राप्त शिकायतों का त्वरित समाधान कर शिकायतकर्ता को दूरभाष के माध्यम से जानकारी दी जाए। अभियोजन कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने सम्मन तामीली और न्यायालय में मजबूत साक्ष्य प्रस्तुत करने पर भी जोर दिया।

राजस्व वसूली को लेकर जिलाधिकारी ने बड़े बकायेदारों से सख्ती से वसूली करने और उनके नाम सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करने के निर्देश दिए। आबकारी विभाग की समीक्षा में अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए निरंतर संयुक्त छापेमारी अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही जीएसटी विभाग और लंबित ऑडिट आपत्तियों की भी समीक्षा की गई।

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जिलाधिकारी ने दैवीय आपदा एवं खनन न्यास निधि से संचालित कार्यों का स्थलीय निरीक्षण अनिवार्य रूप से करने और खराब गुणवत्ता पाए जाने पर तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत कर कार्रवाई के निर्देश दिए।

बैठक में अपर जिलाधिकारी विवेक राय, शैलेंद्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक (सिटी) मनोज कत्याल, सिटी मजिस्ट्रेट गोपाल सिंह चौहान सहित सभी उपजिलाधिकारी, तहसीलदार और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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