आज के समय में आवारा पशुओं के द्वारा लोगों के ऊपर हमला करने के मामले सामने आते रहते हैं कई बार आवारा सांड की वजह से कई लोग अपनी जान तक गंवा बैठे हैं और कई लोग गंभीर घायल भी हो गए हैं ।
कुछ दिनों से हल्द्वानी में भी ऐसे ही खबरें सामने आने शुरू हो गई बता दें कि सांड ने हल्दूपोखरा में एक युवक पर हमला कर उसकी पसलियां तोड़ दी, जबकि दूसरे युवक को सींग मारकर उसका कान फाड़ दिया। दोनों घायलों को डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में एडमिट कराया गया है।
पांच दिन तक सांड क्षेत्र में आतंक मचाता रहा, लेकिन अब सांड को ट्रैंकुलाइज कर आबादी से दूर छोड़ दिया गया है। सांड के हमले में एक युवक की जान जाने की भी चर्चा है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सांड ने कुसुमखेड़ा से मॉर्निंग वॉक पर आए एक बुजुर्ग को भी पटक दिया था। सांड के हमले में श्याम कश्यप और विजय नाम के युवक गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
विजय के सीने की पांच पसलियां टूट गई हैं, आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उसे इलाज कराने में भी परेशानी हो रही है। जबकि श्याम कश्यप का कान फटा है। सांड के हमले की एक के बाद एक कई घटनाएं हुईं तो प्रशासन ने पशु चिकित्सक को गांव भेजा।
शनिवार को सौ से ज्यादा लोगों की मेहनत के बाद कहीं जाकर सांड को घेरा गया। डॉक्टर ने उसे ट्रैंकुलाइज किया। बाद में उसे वाहन में डालकर जंगल में छोड़ दिया गया।
शहर क्षेत्र में आवारा पशु लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं, लेकिन नगर निगम अब तक एक पशुशाला तक नहीं खोल पाया।
सामाजिक संगठन क्षेत्र में पशुशाला खोलने की मांग कर रहे हैं, ताकि बेसहारा व चोटिल पशुओं को उसमें रखने की व्यवस्था की जा सके


