रामनगर।यहां पर शहर और ग्रामीणों क्षेत्र से अधिक मात्रा में रेस्क्यू किए गए सांप और किंग कोबरा समेत 36 अन्य प्रजाति के सांपों को घने जंगलों में आजाद किया गया। आपको बता दें कि सांपों के संरक्षण को लेकर रामनगर में लंबे समय से सेव द स्नेक एंड वेलफेयर सोसायटी की ओर से कार्य किया जा रहा है।
सोसायटी के अध्यक्ष एवं सर्प विशेषज्ञ चंद्रसेन कश्यप ने बताया कि गर्मी का मौसम शुरू होते ही अब सांप जमीन से बाहर निकल कर आबादी की ओर रूख कर रहे हैं। इसके तहत उन्होंने 2 दिन के भीतर 13 फीट लंबा विषैला किंग कोबरा, कोबरा, रसर्स पाइपर, करेत, रेड स्नेक, पाइथन जैसे विषैले सांपों को रेस्क्यू कर जंगल में सुरक्षित आजाद किया।
सर्प विशेषज्ञ चंद्रसेन कश्यप ने बताया कि गर्मी से परेशान भूखे प्यासे सांप भोजन की तलाश में आबादी में चले आते हैं जहां इंसानों को देख भय के करण आत्म रक्षा में वह काट लेते है। इसके साथ ही सोसायटी की ओर से सांप के काटे हुए मरीजों का भी निशुल्क इलाज किया जाता है। इसमें अब तक हजारों लोगों की जान बचाई जा चुकी है। सांपों के संरक्षण में चंद्रसेन कश्यप के अलावा उनका पूरा परिवार इसमें जुड़ा हुआ है। लगभग 40 वर्षों से चंद्रसेन कश्यप और उनका परिवार सांपों के संरक्षण को लेकर अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर पूरी तरह मुस्तैद है।
तो वहीं चंद्रसेन कश्यप और उनके परिवार की ओर से किए जा रहे इस कार्य पर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने भी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि जहां एक ओर लोग सांप के नाम से डरते हैं तो वहीं यह परिवार विषैले सांपों को अपने परिवार का सदस्य मानकर उनकी सेवा में जुटा हुआ है। रेस्क्यू अभियान में स्वयं कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने भागीदारी करते हुए सोसाइटी के कार्यों की तारीफ करने के साथ ही लोगों से सहयोग करने की अपील की है।


