भारत को टीबी मुक्त करने के लिए और अधिक ऊर्जा के साथ करना होगा काम

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हल्द्वानी। भारत को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करना है। इसके लिए सभी को अपने-अपने क्षेत्र में और अधिक ऊर्जा के साथ काम करना होगा। साथ ही इसके प्रति लोगों में भी जागरूकता फैलानी होगी। यह बात अपर मुख्य ‌चिकित्सा अधिकारी डॉ रश्मि पंत ने क्षय नियंत्रण को लेकर आयोजित प्रशिक्षण में कही।

सोबन सिंह जीना बेस चिकित्सालय सभागार में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत विभिन्न ब्लॉकों से आये क्षय नियंत्रण कर्मचारियों और कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स का 6 दिनी प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसका समापन शनिवार को हुआ। इस दौरान क्षय रोग नियंत्रण को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। क्षय रोग के लक्षण बताए और क्षय रोगियों के उपचार में संवेदनशीलता से काम करने पर बल दिया गया। साथ ही उपचार विधि के बारे में बताया कि किस तरह मरीज को दवा दी जाए और क्या सावधानी बरती जाए। इसके अलावा माइक्रोस्कोप के रखरखाव के साथ जांच के महत्व को समझाया।

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बताया कि स्लाइड जांच की विश्वसनीयता 98 प्रतिशत तक सही होता है। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पंत ने नए निक्षय मित्रों को पंजीकरण करने और निक्षय मित्रों से पोषण किट लाभार्थियों को बंटवाने हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गए। इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अजय शर्मा, वरिष्ठ जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ राजेश ढकरियाल, जिला कार्यक्रम समन्वयक अजय भट्ट, कमलेश बचकेती, रवि आर्या, बीरेन्द्र भंडारी, पारस साह, प्रशिक्षक सी.वी.पुजारी, प्रमोद भट्ट आदि मौजूद रहे।

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