उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड के बीच सरोवर नगरी नैनीताल में ठंड से बचने के लिए जलाई गई अंगीठी जानलेवा साबित हुई। नोएडा से पर्यटकों को लेकर आए एक टैक्सी चालक की वाहन के भीतर अंगीठी की गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गई। चालक सुबह वाहन के अंदर बेसुध अवस्था में पाया गया, जिसके मुंह से झाग निकल रहा था। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान मनीष गंधार (निवासी सिरोहा यमुनापार, मथुरा, उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, मनीष गंधार शनिवार को टैक्सी वाहन संख्या यूपी-16 जेटी-8565 से नोएडा से पर्यटकों को लेकर नैनीताल पहुंचे। रात लगभग 9 बजे उन्होंने सूखाताल पार्किंग में वाहन खड़ा किया और ठंड से बचने के लिए वाहन के भीतर कोयले की अंगीठी जलाकर कंबल ओढ़कर सो गए।
रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक जब चालक नहीं उठा, तो पार्किंग कर्मचारियों को संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर कोतवाल हेम चंद्र पंत पुलिस टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने वाहन को हिलाकर चालक को जगाने का प्रयास किया, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
पुलिस ने वाहन का शीशा तोड़कर चालक को बाहर निकाला और तुरंत बीडी पांडे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार चालक के मुंह से झाग निकल रहा था, जिससे प्रथम दृष्टया अंगीठी से निकलने वाली जहरीली गैस के कारण दम घुटने से मौत होने की आशंका जताई जा रही है।
कोतवाल ने बताया कि मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके पहुंचने के बाद पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी। मौत के वास्तविक कारण की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ठंड के मौसम में वाहन के भीतर अंगीठी या किसी भी प्रकार के जलते ईंधन का उपयोग न करें, क्योंकि यह जानलेवा साबित हो सकता है।




