धर्मनगरी हरिद्वार जो कि हमेशा से लोगों के लिए आस्था का प्रतीक रही है और कोई भी पर्व हो यहां पर भारी जनसैलाब की भीड़ आस्था की डुबकी लगाने आ ही जाती है और आज वैशाखी के पर्व पर भी भारी जन सैलाब हरिद्वार पहुंचा और आस्था की डुबकी लगाई स्नान के लिए देर रात से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। स्नान को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। बैसाखी स्नान पर्व से एक दिन पहले ही धर्मनगरी श्रद्धालुओं से पूरी तरह पैक हो गई थी। शहर के होटलों के साथ के धर्मशालाएं व गंगाघाटों पर यात्रियों की भीड़ नजर आई।
बैसाखी पर्व पर बाजारों में भी यात्रियों ने जमकर खरीदारी की। मंदिरों में भी पहुंचकर दर्शन किए। आज बैसाखी के साथ ही मेष संक्रांति का स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। आज शाम छह बजे तक हरिद्वार पुलिस को यात्रियों की भीड़ संभालने के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
कोरोनाकाल में दो साल बाद पहली बार बिना किसी रोक टोक के बैसाखी व मेष संक्रांति स्नान हो रहा है। धर्मनगरी में स्नान पर्व को लेकर एक सप्ताह पहले ही ऑनलाइन होटल बुक हो गए थे। स्नान पर्व से एक दिन पहले बुधवार को ही शहर के सभी होटलों में यात्रियों का आना शुरू हो गया था। सुबह चार बजे से बैसाखी व मेष संक्रांति का स्नान शुरू हो गया था।