चन्द्रशेखर जोशी
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर वैसे तो शिष्यों को गुरु को दक्षिणा प्रदान कर उनका धन्यवाद अदा किया जाता है,पर रचनात्मक शिक्षक मण्डल से जुड़ें गुरुओं ने अपने अनाथ शिष्यों को मदद कर नई परम्परा कायम की है।
आम डंडा खत्ता निवासी पवन ,रिया और नैतिक के पिता मोहन राम की 8 वर्ष पहले मौत हो गयी।मां मेहनत मजदूरी कर इन बच्चों का लालन पालन कर इनकी पढाई का बंदोबस्त कर रही थी।
3 माह पूर्व बीमारी से मां की भी मौत हो गयी।बच्चे बेसहारा हो गए।पवन 9 में ,रिया 7 में व नैतिक 3 में पढ़ रहे थे।तब पवन ने अपनी पढ़ाई छोड़ अपने छोटे भाई बहनों को पढाने में साथ साथ बूढ़ी दादी के भरण पोषण की जिम्मेदारी लेने का फैसला किया।
ऐसे में रचनात्मक शिक्षक मण्डल की टीम अपने राज्य संयोजक नवेन्दु मठपाल के नेतृत्व में बच्चों के सहायतार्थ आगे आयी।घासमंडी प्राथमिक स्कूल के प्राध्यापक नन्दराम , शिक्षक बालकृष्ण चन्द व सुभाष गोला की एक टीम तैयार कर इन अनाथ बच्चों की शेक्षणिक व्यवस्था के व्यवस्था के साथ इनके भरण पोषण की जिम्मेदारी ली गयी।
आज गुरु पूर्णिमा के अवसर पर इन शिक्षकों ने आमडण्डाखत्ता जा इन तीनो बच्चों को शेक्षणिक सामग्री के साथ साथ कपड़े व अन्य सामग्री प्रदान की।नई शेक्षणिक सामग्री,कपड़े आदि सामग्री पा तीनों बच्चों पवन,रिया नैतिक के साथ साथ ग्रामवासियों ने शिक्षक मण्डल की टीम का शुक्रिया अदा किया।


