एक दिवसीय “Radio Telemetry for Tiger Monitoring” कार्याशाला का हुआ आयोजन

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आज दिनांक: 23-08-2023 को कार्बेट वन्यजीव प्रशिक्षण केन्द्र, कालागढ़ में टाइगर कन्जरवेशन फाउण्डेशन फॉर सी०टी०आर० तथा डब्लूडब्लूएफ० इण्डिया के सहयोग एवं निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व के मार्गदर्शन में कार्बेट टाइगर रिजर्व व कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग के फील्ड अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु एक दिवसीय “Radio Telemetry for Tiger Monitoring” कार्याशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में का० धीरज पाण्डेय, निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व, श्री आशुतोष सिंह, उप वन संरक्षक, कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग, डा० आ०जी० अरिन्दरन डब्लूडब्लूएफ० इण्डिया डा० दुष्यन्त शर्मा, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी, कार्बेट टाइगर रिजर्व, श्री अमित कुमार ग्वासिकोटी, पार्क वार्डन / उप प्रभागीय वनाधिकारी बिजरानी डा० शालिनी जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी कालागढ़ श्री हरीश नेगी, उप प्रभागीय वनाधिकारी सोनानदी / अदनाला, वन क्षेत्राधिकारी सोनानदी / पाखरी, मंदाल कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग एवं वन क्षेत्राधिकारी, कालागढ़ झिरना, डेला बिजरानी, सर्पदुली, ढिकाला शोध, कार्बेट वन्यजीव प्रशिक्षण केन्द्र एवं वन क्षेत्राधिकारी रेस्क्यू के अलावा कार्बेट टाइगर रिजर्व में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 00 प्रशिक्षु ए०सी०एपाठ, वन आरक्षी प्रशिक्षण वर्ष 2023 (प्रथम सत्र) में प्रशिक्षणरत 35 वन आरक्षी प्रशिक्षु कार्बेट टाइगर रिजर्व के त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) के 06 सदस्यों एवं विभिन्न रेंजो के फील्ड स्टाफ द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भी गिराज अनवर काऑर्डिनेटर डब्लूडब्लूएफ० इण्डिया द्वारा टाइगर की इकोलोजी व व्यवहार के सम्बन्ध में जानकारी दी गई निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व द्वारा Radio Telometry for Tiger Monitoring के महत्व तथा प्रशिक्षार्थियों हेतु इसके लाभ के सम्बन्ध में अवगत कराया गया उप वन संरक्षक, कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग एवं परिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी, कार्बेट टाइगर रिजर्व के द्वारा भी इस सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की गई आर०जी० अरिन्दरन डब्लूडब्लूएफ० इण्डिया के द्वारा टाइगर एवं अन्य वन्य जन्तुओं जैसे एशियाई हाथी, तेन्दुआ, पाइथन किंगकोबरा, महाशीर मछली एवं गिद्ध आदि वन्यजीवों को रेडियो टेलीमीटरी के उपकरणों के माध्यम से ट्रैक करने की विधि तथा इसके प्रयोग के सम्बन्ध में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। अपरान्ह में प्रतिभागियों को फील्ड में ले जाकर रेडियों कॉलर एवं रिसीवर के माध्यम से प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कालागढ़ से रेस्क्यू की गई मादा बाघ जिसको राजाजी टाइगर रिजर्व में ट्रांसलोकेट किया गया है का अनुभवण ऑनलाइन सेटलाइट कॉलर के माध्यम से प्रतिभागियों को प्रदर्शित किया गया कार्यशाला में कार्बेट टाइगर रिजर्व के अन्तर्गत कार्यरत लगभग 30 अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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