रामनगर:-लम्बे समय से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों मे अघोषित बिजली कटौती से मची त्राहि-त्राहि के बीच बृहस्पतिवार को पंचायत प्रतिनिधियों का सब्र का बांध टूट पड़ा। पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में दर्जनों जनप्रतिनिधि हाथों में लैंप और हाथ के पंखे लेकर विद्युत विभाग के खिलाफ सड़क पर उतर पड़े। जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए लोग बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचे।
जहां गुस्साए लोगों ने तालाबंदी कर धरना देना शुरू कर दिया। इस दौरान पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने कहा कि बार बार की अघोषित विद्युत कटौती ने आम जनता का जीना मुहाल कर दिया है। बिजली के अभाव में लोग पूरी पूरी रात जागकर काटने को मजबूर हैं। छोटे छोटे बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। 24 घंटे में मात्र सात आठ घंटे बिजली आ रही है।
जिसका कारण कई गांवों में पानी का अकाल भी पड़ गया है। लोगों का जीना दूभर हो गया है। बिजली ना होने के कारण कई जगह पर पन्द्रह दिन से पीने का पानी भी नही आ रहा है। विभाग व सरकार विद्युत आपूर्ति बहाल करने में नाकाम साबित हो रहा है।
ऐसे में उन्हें सरकार को जगाने के लिए आज बिजली विभाग के कार्यालय पर हाथों में लैंप व हाथ के पंखे लेकर तालाबंदी व धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। नेगी ने चेतावनी दी कि यदि एक हफ्ते से पहले बिजली की आपूर्ति ठीक नही हुई तो पुनः जनता के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
इस दौरान कार्यक्रम में ग्राम प्रधान हेमा बिष्ट, ग्राम प्रधान मदन राम, ग्राम प्रधान इमरान खान, क्षेत्र पंचायत सदस्य महावीर रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य धीरू चौहान, क्षेत्र पंचायत सदस्य कैलाश चंद्र, पूर्व प्रधान राहुल डंगवाल, सभासद संजय रावत, सभासद भुवन डंगवाल, छात्र संघ अध्यक्ष ललित कडाकोटी, छात्र संघ सचिव चेतन पंत, पूर्व छात्र संघ सचिव सुमित लोहनी, पूर्व सभासद शिल्पेंद्र बंसल, ओमप्रकाश गौड़, पूर्व प्रधान जयप्रकाश, नितिन कुमार, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख आनंद रावत आदि लोग थे।