सीतापुर पार्किंग में हुई मारपीट की घटना के वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर रुद्रप्रयाग पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज।
मारपीट की घटना में सम्मिलित 05 अभियुक्तों को किया गया है गिरफ्तार।
आज सोशल मीडिया प्लेटफार्म में एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ है, जिसमें कि देखा जा सकता है कि, कतिपय लोग लठ्ठबाजी करते हुए एक दूसरे को मारने पर उतारू हो रखे हैं, इस वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर कोतवाली सोनप्रयाग पुलिस द्वारा सम्बन्धित घटनास्थल सीतापुर पार्किंग जाकर आवश्यक पूछताछ की गयी तो उक्त वीडियो आज दिन के लगभग 11 बजे का होना पाया गया।
कतिपय यात्रियों व सोनप्रयाग पार्किंग के कर्मचारियों के मध्य किसी बात को लेकर विवाद हो गया था जो कि मारपीट एवं लट्ठबाजी की हद तक जा पहुंचा। पुलिस द्वारा सीतापुर पार्किंग ठेकेदार सहित इस घटना में सम्मिलित रहे व्यक्तियों को थाने ले जाकर आवश्यक पूछताछ की गयी तथा पूछताछ में आये तथ्यों के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग पर मु0अ0सं0 30/2025 धारा 190/191 (1) भारतीय न्याय संहिता का अभियोग पंजीकृत किया गया है।
पंजीकृत अभियोग में प्रकाश में आये कुल 05 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर मा0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
गिरफ्तार हुए अभियुक्तों का विवरण –
1 दीपक चन्द्र पुत्र सुमन चन्द्र, निवासी ग्राम बष्टी, पो0 बष्टी, थाना अगस्त्यमुनि, जनपद रुद्रप्रयाग, उम्र 23 वर्ष।
2 लक्ष्मण सिंह पुत्र ममराज सिंह, निवासी ग्राम दरमोला, पोस्ट माई की मण्डी, थाना व जनपद रुद्रप्रयाग, उम्र 32 वर्ष।
3 राजेन्द्र कोहली पुत्र स्व0 महावीर लाल, निवासी ग्राम बुड़ना, पोस्ट बुड़ना, थाना व जनपद रुद्रप्रयाग, उम्र 33 वर्ष।
4 सुदर्शन चन्द्र पुत्र देवेन्द्र लाल, निवासी ग्रम व पोस्ट बष्टी, थाना अगस्त्यमुनि, जनपद रुद्रप्रयाग, उम्र 28 वर्ष।
5 दुर्गेश पुत्र धनन्जय, निवासी ग्राम बरतपुर, बष्टी, पोस्ट बष्टी, थाना अगस्त्यमुनि, जनपद रुद्रप्रयाग, उम्र 21 वर्ष।
एसपी रुद्रप्रयाग अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने इस घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि आज सीतापुर पार्किंग में यात्रियों व पार्किंग कर्मचारियों के मध्य हुए इस विवाद व मारपीट की घटना में पुलिस के स्तर से अभियोग पंजीकृत कर लिया है तथा पार्किंग ठेकेदार की भी जिम्मेदारी तय की गयी है कि उसके द्वारा अपने कर्मचारियों पर सही ढंग से नियंत्रण नहीं रखा गया। इस प्रकार के प्रकरणों में कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। यात्रा पर आये श्रद्धालुओं के साथ इस प्रकार का व्यवहार किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है।


