रामनगर:-शनिवार की रात्रि को गर्जिया मोहान मोटर मार्ग पर पनोद नाले के समीप रामनगर वन प्रभाग की कोसी रेंज के अन्तर्गत एक व्यक्ति पर बाघ द्वारा हमला कर मारने की घटना घटित हुई है।
जिसका मृत शरीर रविवार की प्रातः समीपस्थ कोसी रेंज, रामनगर वन प्रभाग के वन क्षेत्र में खोजबीन करने पर बरामद हुआ।
उक्त घटना के क्रम में वन विभाग के कार्बेट टाइगर रिजर्व तथा रामनगर वन प्रभाग द्वारा संयुक्त रूप से त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त बाघ के रेस्क्यू हेतु पशुचिकित्साधिकारियों डा० दुष्यन्त शर्मा, डा० हिमांशुपागती,डा० आयुष उनियाल के नेतृत्व में अलग-अलग तीन रेस्क्यू टीमें गठित की गई है तथा तीनों टीमों के द्वारा बाघ प्रभावित क्षेत्र में रेस्क्यु कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।
इसके साथ ही ड्रोन द्वारा मोनिटरिंग हेतु दो टीमें भी बनाई गई है। रेस्क्यु कार्य में स्थानीय स्टाफ, रेस्क्यू हेतु गठित समिति के सदस्यों द्वारा सक्रिय भूमिका निभाई जा रही है तथा इस कार्य के लिए हाथी वाहन, मचान आदि संसाधनों का प्रयोग किया जा रहा है।
वन विभाग द्वारा रेस्क्यू कार्य में स्थानीय प्रशासन, पुलिस विभाग के सहयोग से रात्रि में दोपहिया वाहना,पैदल घूमने वाले व्यक्तियों के आवागमन पर नियंत्रण करने का प्रयास किया जा रहा है।
बाघ प्रभावित क्षेत्र में नियमित रूप से सघन गश्त की जा रही है एवं स्थानीय जनसमुदाय से गर्जिया धनगढी- मोहान मोटर मार्ग पर स्थित होटल, दुकानों को रात्रि में यथा शीघ्र बन्द करने हेतु अपील की गई है।
प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) / मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक उत्तराखण्ड डा० समीर सिन्हा द्वारा शनिवार को उक्त घटना स्थल का निरीक्षण किया गया तथा चिन्हित बाघों को चरित कार्यवाही करते हुए अतिशीघ्र रेस्क्यू करने हेतु वन विभाग के अधिकारियों, स्टाफ को निर्देश दिये गये उनके द्वारा क्षेत्र में नियमित रूप से सघन गश्त करने तथा रात्रि में उक्त क्षेत्र में दोपहिया वाहन पैदल घूमने पर नियंत्रण करने हेतु निर्देश दिये गये है जिससे कि भविष्य में कोई भी जनहानि न हो सके।
निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व, डा० धीरज पाण्डेय द्वारा भी उक्त बाघों को यथाशीघ्र रेस्क्यू करने हेतु तथा स्थानीय जनसमुदाय से बाघों के रेस्क्यू किये जाने तक वन क्षेत्र में न जाने हेतु अपील की गई है। उनके द्वारा शीघ्र ही उक्त बाघों को रेस्क्यू करने हेतु आश्वस्त किया गया।


