रोजगार का साधन बनेगी बिच्छू घास, तैयार होगा रेशा, धागा और कपड़ा 

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रानीखेत। ताड़ीखेत स्थित श्रद्धानंद क्रीड़ा मैदान में उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों ने भागीदारी की।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पर्यटन विभाग के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे, सचिव ग्राम विभाग डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम व क्षेत्रीय विधायक प्रमोद नैनवाल ने सामूहिक रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर स्कूली छात्र छात्राओं ने सरस्वती वंदना के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। श्रद्धानंद क्रीड़ा मैदान ताड़ीखेत में बुद्धवार को उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा बिच्छू घास से रेशा, धागा व कपड़ा तैयार करने हेतु प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया। यहां लगे प्रदर्शनी में उद्यमियों ने अपने उत्पादको के विषय में लोगों को जानकारी दी। इसके अतिरिक्त विशेष तौर पर बिच्छू घास से रेशा, धागा एव कपड़ा तैयार करने का प्रशिक्षण दिया।

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मुख्य अतिथि पर्यटन विभाग के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे ने कहा कि हमारे पर्वतीय क्षेत्रों में प्राकृतिक सौंदर्य के साथ बहुमूल्य जड़ी बूटियों का अंबार है। सामान्य तौर पर जंगलों में दिखने वाला बिच्छू घास काफी महत्वपूर्ण औषधि के साथ ही विभिन्न उत्पादक तैयार करने में अपना अहम स्थान रखता है। क्षेत्रीय विधायक प्रमोद नैनवाल ने उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन पर्वतीय क्षेत्रों में होने आवश्यक है। जिससे स्थानीय लघु उद्योगों को बढ़ावा मिलने के साथ ही रोजगार भी अर्जित होगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेट जयकिशन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं भाजपाई मौजूद थे।