उत्तराखंड में वर्दी की अवैध बिक्री पर सख्ती, नेताओं को किया नजरबंद

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 पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा सेना की वर्दी पहनकर किए गए हमले के बाद उत्तराखंड पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है। पुलिस ने अब सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संबंधित वर्दी और सामग्रियों की अवैध बिक्री पर रोक लगाने का फैसला किया है। 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में उन दुकानों की पहचान करें, जहां इन वर्दियों और सामानों की बिक्री हो रही है। इसके साथ ही दुकानदारों की सूची तैयार कर उन्हें चेतावनी दी जाएगी कि बिना पहचान पत्र के किसी को भी वर्दी या अन्य सुरक्षा सामग्री न बेची जाए।

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पुलिस ने दुकानदारों को कड़े निर्देश दिए हैं कि वे बिना वैध पहचान पत्र के सेना, अर्द्ध सैनिक बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संबंधित वर्दी और सामग्री की बिक्री न करें। यह कदम सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील वस्तुओं की अवैध आपूर्ति और उनके दुरुपयोग को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है।

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हिंदू रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा द्वारा कश्मीरी छात्रों के खिलाफ दिए गए विवादित बयान के बाद पुलिस ने स्थिति को काबू में रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए हैं। बयान के वायरल होते ही पुलिस ने हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और उनके साथ जुड़े नेताओं को घरों में नजरबंद कर दिया। पुलिस ने कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा बढ़ा दी और किसी भी प्रकार की अशांति को रोकने के लिए कड़ा अलर्ट जारी किया।

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एसएसपी अजय सिंह ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा पुलिस की सर्वोत्तम प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और शांतिभंग की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की सतर्कता और कड़ी निगरानी से स्थिति को नियंत्रित किया जाएगा।