काशीपुर। एक शिक्षक ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर 13 साल नौकरी कर ली। इस शिक्षक के खिलाफ उप शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पूर्व में हुई शिकायत की जांच में फर्जीवाड़े की की पुष्टि होने पर दिसंबर 2022 में ही आरोपी सेवा बर्खास्त किया जा चुका है। अब केस दर्ज होने के बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
हरनाम सिंह पुत्र राम किशोर वर्ष 2009 से राजकीय प्राथमिक विद्यालय सीतारामपुर में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात था। आरोप है शिक्षक ने 1996 की बीए तृतीय वर्ष की अंकतालिका में छेड़छाड़ कर फर्जीवाड़ा किया था। यही अंकतालिका लगाकर उसने शिक्षा विभाग में नौकरी हासिल कर ली थी।
जांच में बीए तृतीय वर्ष की अंकतालिका में कूटरचित तरीके से धोखाधड़ी कर राजकीय सेवा प्राप्त करना पाया गया। इस पर आरोपी को सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। वहीं, जिला शिक्षाधिकारी ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराने के आदेश दिए थे। उप शिक्षा अधिकारी रणजीत सिंह नेगी ने आरोपी के खिलाफ एसएसपी को कार्रवाई के लिए तहरीर दी। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि केस दर्ज कर आरोपी शिक्षक की तलाश की जा रही है।
30 दिसंबर 2022 को कर दिया गया था बर्खास्त करीब छह माह पहले किसी ने शिक्षा विभाग के एक उच्च अधिकारी को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि हरनाम सिंह ने फर्जी अंकतालिका-प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी हासिल की है। जिला शिक्षाधिकारी ने जांच करवाई। जांच में आरोप सही पाए गए।
इस पर हरनाम सिंह को 30 दिसंबर 2022 को सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। साथ ही कानूनी कार्रवाई के लिए बीईओ को निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में उप शिक्षा अधिकारी की तहरीर के आधार पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है।