हल्द्वानी – मुख्य चिकित्साधिकारी की अनुशंसा पर जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने कोविड जांच रिपोर्ट में लापरवाही एवं कर्तव्यविहीनता बरतने पर डाॅ. लाल लैब हल्द्वानी का कोविड-19 की आरटीपीसीआर जांच अनुमति निरस्त कर दी गई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. भागीरथी जोशी ने बताया कि एचएन पाठक निवासी गणपति विहार फेज न0-1 ने 29 दिसम्बर को उनकी पुत्री द्वारा 12 दिसम्बर को डाॅ0 लाल पैथ लैब मुखानी हल्द्वानी में जांच हेतु सैम्पल उपलब्ध कराया था जिसकी रिर्पोट लैब द्वारा लगभग 17 दिन बाद 28 दिसम्बर को उपलब्ध कराई गई जो धनात्मक (पाॅजीटीव) थी। लैब द्वारा विलम्ब से रिर्पोट उपलब्ध कराये जाने से कोविड-19 के अन्तर्गत कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं इसके प्रसार हेतु किये जा रहे प्रयास एवं कार्य प्रभावित हुए। जिसको जिलाधिकारी के निर्देश पर गम्भीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा टीम गठित कर जांच कराई गई जो सत्य पाई गई।
मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. जोशी ने बताया कि डाॅ. लाल पैथ लैब को जनपद में कोविड-19 की आरटीपीसीआर जांच हेतु सर्शत अनुमति दी गई थी। जिसके अन्तर्गत सम्बन्धित प्रयोगशाला को जिला प्रशासन द्वारा निर्गत निर्देशों-शर्तो का अक्षरसः अनुपालन सुनिश्चित किया जाना था एंव प्रयोगशाला द्वारा आईसीएमआर गाईडलाईन के अनुरूप रियल टाईम बेसिस पर समयान्तर्गत जांच रिर्पोट अपलोड की जानी चहिए थी।
प्रयोगशाला द्वारा कोरोना जांच रिर्पोट को देर से उपलब्ध कराने के साथ ही निर्गत निर्देशों-शर्तो का अक्षरसः अनुपालन सुनिश्चित नही किये जाने तथा आईसीएमआर गाईडलाईन के अनुरूप रियल टाईम बेसिस पर समयान्तर्गत जांच रिर्पोट अपलोड नही किये जाने को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डा. भागीरथी जोशी ने जिलाधिकारी से डाॅ. लाल पैथ लैब को निर्गत कोविड-19 आरटीपीसीआर जांच अनुमति निरस्त करने अनुशंसा की जिस पर जिलाधिकारी श्री बंसल ने डाॅ. लाल लैब की कोरोना आरटीपीसीआर जांच अनुमति निरस्त कर दी।