चन्द्रशेखर आजाद स्मृति व भीमराव अंबेडकर पुस्तकालय खुले
रामनगर – रचनात्मक शिक्षक मण्डल की पहे पर रामनगर के सामाजिक,आर्थिक,भौगोलिक रूप से पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली बच्चों के लिए पुस्तकालय ख़ोले जाने की मुहिम में दो और नाम जुड़ गये।शिक्षक मण्डल की टीम द्वारा रामनगर के एक अति पिछड़े क्षेत्र ग्राम सुंदरखाल में डॉ भीमराव अंबेडकर पुस्तकालय व सांवलदे पूर्वी में चंद्रशेखर आजाद पुस्तकालय खोला गया है। शिक्षक मण्डल द्वारा प्रेमचंद जयंती के उपलक्ष्य मे पुस्तकालय खोलने की इस मुहिम के तहत अब तक रामनगर क्षेत्र में 15 पुस्तकालय ख़ोले जा चुके हैं। हर पुस्तकालय की तरह इस पुस्तकालय को स्कूली बच्चे ही संचालित करेंगे।इस मौके पर बच्चों को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम संयोजक नवेंदु मठपाल ने बच्चों को भीमराव अम्बेडकर के जीवन और उनके संघर्ष के बारे में बच्चों को बताया, कहा अम्बेडकर के नारे शिक्षित बनो,संगठित रहो की आज औऱ भी ज्यादा जरूरत है।चंद्रशेखर आजाद के जीवन जे बारे में बताते हुए उन्होंने कहा आजाद ने एक समाजवादी भारत के सपने के लिए अपने प्राण न्योछावर किये थे। इस मौके पर सुभाष गोला ने बताया कि शिक्षक मण्डल पुस्तकालय खोलने के साथ साथ भविष्य में बच्चों के सृजनात्मक विकास के लिए अन्य गतिविधियां भी आगोजित करवाएगा।जिसके तहत बच्चों को थियेटर,सिनेमा,पेंटिंग जैसी विधाओं में भी पारंगत किया जाएगा।मौके पर तारा बेलवाल,नरीराम स्नेही,पूरन गिरी,जितेंद्र कुमार,जितेंद्र कुमार,मीनाक्षी,दीप्ती, रणजीत कुमार,उदय,ब्रजेश,सपना,प्रिया शिखा आदि मौजूद रहे।