रामनगर – शहीद ए आजम भगत सिंह के 114 वें जन्मदिवस के अवसर पर साइंस फॉर सोसाइटी द्वारा ग्राम सुंदरखाल एवं देवीचौड़खत्ता में बच्चों एवं युवाओं के बीच शहीद भगत सिंह के जीवन को लेकर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
इन प्रतियोगी कार्यक्रमों में सौ से अधिक बच्चों एवं युवाओं ने भाग लिया।
कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के लिए भगत सिंह के चित्र में रंग भरने की प्रतियोगिता थी। कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों ने भगत सिंह के स्केच बनाए।16 वर्ष से 22 वर्ष की आयु के युवाओं के लिए भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
कक्षा 9 से 12 के छात्रों ने भगत सिंह के जीवन से जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दिए।
बहुविकल्पी प्रश्नों के साथ एक प्रश्न कोरोना काल के दौरान बच्चों की शिक्षा से जुड़ा हुआ प्रश्न भी था।इस प्रश्न के उत्तर में छात्रों ने बताया कि उनके गांवों में बिजली नहीं है तथा सिग्नल नहीं आने के कारण वे ऑनलाइन पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे हैं तथा जिस जूनियर स्कूल में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था वह स्कूल टिन शेड में चलाया जा रहा है। जिसमें बच्चों को पढ़ाने, की, बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है।
कार्यक्रम में साइंस फार सोसायटी से संयोजक कैसर राणा ने कहा कि आज उस अमर शहीद का जन्मदिवस है जिसने एक ऐसे देश का सपना देखा था जिसमें भूख, गरीबी, अशिक्षा व बेकारी न हो। भगत सिंह चाहते थे कि देश के मजदूर,किसानों व आम आदमी को वास्तविक रूप से बराबरी का अधिकार हासिल हो जिसमें इंसान द्वारा इंसान का शोषण न हो। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को मिलकर भगत सिंह के इस सपने को पूरा करने के लिए काम करना चाहिए।
अंत में प्रेम राम व नीमा ने ग्रामीणों व साइंस फॉर सोसायटी का इस कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए आभार व्यक्त करते हुए क्षेत्र में छात्रों नौजवानों के बीच वैज्ञानिक चेतना एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की जरूरत पर जोर दिया।