मुनस्यारी। जिपंस जगत मर्तोलिया की पहल पर आयोजित “क्लीन द हिमालया” महाअभियान आज चीन सीमा से लगे ग्राम पंचायत क्वीरीजीमिया से शुरू हो गया है। अभियान के अंतर्गत ग्रामीणों को कूड़ा प्रबंधन एवं निस्तारण के गुर सिखाए गए। कहा कि जीवन शैली में इस प्रशिक्षण की बातों को उतारना होगा।
पंचायत घर क्वीरीजीमिया में आयोजित एक दिवसीय कूड़ा प्रबंधन एवं निस्तारण विषय पर आयोजित प्रशिक्षण का उद्घाटन जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया तथा ग्राम प्रधान गजेन्द्र सिंह क्वीरीयाल ने संयुक्त रूप से किया। जिला पंचायत पिथौरागढ़ द्वारा वित्त पोषित योजना के तहत् प्रत्येक परिवार को कूड़ा दान तथा जूट बैगो का निःशुल्क वितरण किया गया। ग्राम पंचायत के 71 परिवारों ने प्रशिक्षण में भाग लिया।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि मानव जीवन में कूड़ा कभी भी उससे अलग नहीं हो सकता है। ठोस अपशिष्ट का प्रयोग कम से कम किया जा सकता है। इसके लिए हमें केवल अपनी आदतों में बदलाव लाना है। उन्होंने कहा हम अपने बच्चों के सुरक्षित जीवन के लिए पर्यावरण संरक्षण का भी संकल्प अवश्य लें। ग्राम प्रधान गजेन्द्र सिंह क्वीरीयाल ने कहा कि ग्राम स्वच्छता समिति को क्रियाशील बनाते हुए इस अभियान को धरातल में उतारा जाएगा। इसके लिए आने वाले प्रत्येक ग्राम पंचायत की बैठक में अभियान की समीक्षा भी की जाएगी।
प्रशिक्षण में ग्राम विकास अधिकारी नरेन्द्र राम ने बताया कि जो कूड़ा सड़ता नहीं है उसका उपयोग हम अपने जीवन में कम से कम करें। उन्होंने कहा कि कूड़ा फैलाने वाले परिवारों को दण्डित किए जाने का भी प्रावधान है। इस अवसर पर सामाजिक संस्था सोसायटी फॉर एक्सन इन हिमालया पिथौरागढ़ की टीम ने ग्रामीणों को कूड़ा प्रबंधन एवं निस्तारण के छायाचित्र प्रदर्शनी लगाकर उनकी जिज्ञासा एवं जागरूकता को मजबूत किया। इस अवसर पर संस्था के यशवंत सिंह बृजवाल, ग्राम पंचायत सदस्य मीना देवी, भवानी देवी, हंशा देवी, देवेन्द्र सिंह, भूपाल सिंह, मीना पछाई, पूर्व प्रधान रूद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे।
इधर जिपंस जगत मर्तोलिया की पहल पर आज विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर ग्राम क्वीरीजीमिया में स्वास्थ्य जागरूकता एवं उपचार शिविर आयोजित किया गया। शिविर में चिकित्सा अधिकारी डॉ निपुण रावत ने रोगियों का उपचार किया। स्वास्थ्य जागरूकता पर ग्रामीणों को स्वस्थ रहने का पाठ पढ़ाया गया।भोजन एवं स्वच्छता पर जानकारी दी गई। इस अवसर पर 71 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निशुल्क दवाइयां वितरित की गई। शिविर में फार्मासिस्ट बीरेंद्र सिंह सयाना, सीएचओ गीता पापडा, एनएनएम सरस्वती, आशा कार्यकर्ती इन्द्रा रावत ने उपचार में मुख्य भूमिका निभाई।