उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को हल्द्वानी में जनसंख्या संतुलन और सांस्कृतिक पहचान को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्य की जनसांख्यिकी में हो रहे बदलावों पर सरकार पूरी तरह सतर्क है और सांस्कृतिक मूल्यों से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हल्द्वानी दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने शहर को छह नई सिटी बसों की सौगात दी। उन्होंने कहा कि इससे न केवल यातायात व्यवस्था को राहत मिलेगी, बल्कि आम यात्रियों को भी अधिक सुविधा मिलेगी। लेकिन इस मौके पर उन्होंने डेमोग्राफिक चेंज के मुद्दे पर भी सरकार की मंशा स्पष्ट कर दी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान और जनसंख्या संतुलन के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। हमने सभी ज़िलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस विषय पर विशेष सतर्कता बरती जाए।”
सीएम धामी ने देहरादून के पछवादून इलाके समेत राज्य के अन्य हिस्सों में हो रहे जनसंख्या बदलावों पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकारों की लापरवाही के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई, लेकिन अब सरकार कठोर कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि: राशन कार्ड, आधार, बिजली कनेक्शन और परिवार रजिस्टर जैसे दस्तावेजों के माध्यम से अपात्र लोगों की पहचान की जाए, और अनुचित रूप से लाभ ले रहे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने साफ किया कि राज्य में कोई भी व्यक्ति अगर ग़लत तरीके से सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहा है या सांस्कृतिक संतुलन को प्रभावित करने की मंशा रखता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। “जो गलतियां पहले की गईं, अब उनकी भरपाई सख्ती से की जाएगी। राज्य की अस्मिता की रक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”


