राज्य में रोडवेज कर्मचारियों के द्वारा बीते दिन में हड़ताल पर बैठ जाने के बाद से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जहां रोडवेज कर्मचारियों के हड़ताल पर बैठ जाने की वजह से परिवहन विभाग को भी काफी घाटे का सामना करना पड़ रहा है लेकिन साथ ही यात्रियों के सामने जाने के लिए रोडवेज बसों के बजाय अब प्राइवेट बसों का सहारा लेना पड़ रहा है उत्तराखंड रोडवेज की बसों का संचालन ठप हो गया है। देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, कोटद्वार और श्रीनगर डिपो से अब तक किसी बस का संचालन नहीं हुआ।
दिल्ली, चंडीगढ़, सहारनपुर, मेरठ, फरीदाबाद, गुरुग्राम, अम्बाला, बरेली, मुरादाबाद समेत सभी लंबी दूरी के मैदानी मार्गों पर भी बस संचालन ठप है। यात्रियों को उत्तर प्रदेश की रोडवेज बसों में यात्रा करनी पड़ रही है। देहरादून के आइएसबीटी में उत्तराखंड रोडवेज की सभी बसों का संचालन बंद हैं।
दरअसल, 13 सूत्री मांगों को लेकर पिछले दिनों परिवहन निगम के उच्च अधिकारियों को ज्ञापन दिया था। विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे उत्तराखंड परिवहन निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की बुधवार को प्रबंधन से वार्ता विफल हो गई थी। इसके बाद प्रबंधन ने उन्हें बृहस्पतिवार को दोबारा वार्ता को बुलाया था। लेकिन फिर बात नहीं बनी। उधर, संयुक्त मोर्चा ने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी न हुई तो वह 31 जनवरी की रात से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे।
इस बार विभिन्न मांगों को लेकर परिवहन निगम कर्मचारियों के संगठन संयुक्त मोर्चा बनाकर आरपार की लड़ाई की तैयारी में हैं।उत्तराखंड परिवहन निगम की ऋषिकेश डिपो से संचालित होने वाली सभी बस सेवाएं शुक्रवार की सुबह 5:00 बजे से संचालित नहीं हुई। ऋषिकेश डिपो से 67 बस सेवा संचालित होती हैं जो सभी बंद हो गई।
इसके अलावा दो सेवा रुड़की तीन सेवा हरिद्वार से संचालित होती हैं, सभी सेवाएं बंद हो गई।परिवहन निगम के संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर चक्का जाम के चलते रुड़की से दिल्ली देहरादून व अन्य शहरों को जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सुबह के समय बड़ी संख्या में यात्री बस अड्डे पर बसों का इंतजार करते रहे। वहीं उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में बाइपास से चलने वाली बसों को भी अब शहर के अंदर से जाने के निर्देश दिए हैं, जिसके चलते यात्रियों को थोड़ी राहत मिली है