उत्तराखंड में वन्यजीवों से मानव सुरक्षा पर खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। मनुष्यों पर हो रहे लगातार हमले इस बात का सबूत हैं। इसी बीच, श्रीनगर के पौड़ी रोड क्षेत्र में लंबे समय से आतंक मचा रहे गुलदार को शनिवार सुबह वन विभाग ने पिंजरे में कैद कर लिया। यह वही गुलदार है जिसने हाल के दिनों में गंगा दर्शन क्षेत्र में तीन लोगों पर हमला कर स्थानीय लोगों के बीच डर का माहौल बना दिया था।
बढ़ती गुलदार सक्रियता और हमलों को देखते हुए वन विभाग ने गंगा दर्शन के पास गौशाला क्षेत्र में पिंजरा लगाकर लगातार उसकी निगरानी की। शनिवार सुबह वनकर्मियों की सतत कोशिशों के बाद गुलदार पिंजरे में फंस गया। इस खबर से स्थानीय लोग राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन वन विभाग ने अभी भी सतर्कता बरतने की अपील जारी की है। विभाग ने कहा है कि गुलदार पकड़े जाने के बाद भी सुबह-शाम अकेले बाहर न निकलें और अंधेरे इलाकों से बचें।
वन विभाग ने बताया कि गुलदार को पौड़ी स्थित वन कार्यालय ले जाया गया है, जहां वन्यजीव विशेषज्ञ और डॉक्टर उसकी स्वास्थ्य जांच करेंगे। इस जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि गुलदार के हमलावर व्यवहार के पीछे कोई चोट, बीमारी या अन्य कारण तो नहीं है। गुलदार के पकड़ में आने से जहां स्थानीय लोगों को थोड़ी राहत मिली है, वहीं वन विभाग ने आसपास के जंगलों में अन्य वन्यजीवों की सक्रियता को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है।
श्रीनगर के कई इलाकों में लंबे समय से गुलदार की दहशत कायम है। कई बार यह वन्यजीव लोगों के घरों के सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुआ है। गुलदार ने कई लोगों पर हमला कर उन्हें घायल किया है। हाल ही में गंगा दर्शन क्षेत्र से आगे पौड़ी रोड पर एक युवक पर अचानक हमला हुआ, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई।
घायल युवक संदीप कुमार, जो रुड़की (हरिद्वार) का निवासी है और कुछ समय से श्रीनगर में रह रहा था, 9 जुलाई को श्रीनगर-पौड़ी मोटरमार्ग पर टहल रहा था। तभी गुलदार ने घात लगाकर उस पर हमला कर दिया। पास मौजूद लोगों के शोर मचाने पर गुलदार वहां से भाग गया, जिससे युवक की जान बच गई। युवक को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे उच्च चिकित्सा केंद्र में रेफर कर दिया गया।


