लाल कुआं में तराई केंद्रीय वन प्रभाग द्वारा वन गुर्जरों के अवैध कब्जे पर की गई बड़ी कार्रवाई

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उत्तराखंड में कई बार वन विभाग की जमीन पर कब्जा धारियों के द्वारा अवैध कब्जा करने की कोशिश की जाती है जिसका लेकर विभाग के द्वारा कई बार कार्रवाई की जाती है लेकिन उसके बावजूद भी अवैध कब्जा धारियों के द्वारा जमीनों पर कब्जा कर लेते हैं इसी क्रम में एक बड़ी खबर लाल कुआं क्षेत्र से सामने आ रही है यहां के तराई केंद्रीय वन प्रभाग इलाके में वन विभाग के द्वारा भारी भरकम फोर्स के साथ

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यहां टांडा रेंज के चीड़ खत्ता स्थित आरक्षित वन क्षेत्र में वन गुर्जरों द्वारा किए गए बेतहाशा अतिक्रमण को ध्वस्त किया जा रहा है। इस बीच वन कर्मियों को गुर्जरों के भारी आक्रोश का सामना भी करना पड़ रहा है। जैसे ही वन विभाग ने अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई शुरू की। गुर्जरों द्वारा लालकुआं क्षेत्र के कुछ नेताओं को बुला लिया गया जिसके बाद गुजरो एवं वन कर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, एसडीओ व कई रेंजो के रेंजरो से गुर्जरों की तीखी नोकझोंक हुई।

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वन क्षेत्राधिकारी टांडा प्रदीप असगोला के अनुसार वन गुर्जरों द्वारा दी गई वन भूमि के बजाय भारी मात्रा में भूमि कब्जा कर ली गई है, तथा आशंका व्यक्त की जा रही है कि उनके द्वारा हरे वृक्षों का दोहन भी किया गया है।उन्होंने कहा कि वन भूमि पर जो भी अवैध रूप से कब्जे का प्रयास करेगा वन महकमा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्य में जो भी बाधा डालने का प्रयास करेगा वन महकमा उसके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराएगा। इसी के चलते वन विभाग द्वारा आज अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए कब्जाई गई भूमि खाली कराई जा रही है।