हल्द्वानी के फतेहपुर रेंज में 6 लोगों को अपना निवाला बना चुके आदमखोर बाघ को वन विभाग अभी तक नहीं पकड़ पाया है. ऐसे में स्थानीय लोगों में रोष है, बाघ को पकड़ने के लिए जामनगर गुजरात से आई 36 सदस्यीय टीम बाघ को रेस्क्यू करने के प्रयास में जुटी हुई है, लेकिन टीम को कोई सफलता नहीं मिली है. वहीं बीते दिन तीन मवेशियों को निवाला बनाए जाने के बाद लोग खौफजदा हैं.वन विभाग और गुजरात से आई टीम ने बाघ को पकड़ने के लिए जंगल में कई मचान तैयार किए हैं. जिससे बाघ को ट्रेंकुलाइज कर उसको पकड़ा जा सके.
इसके अलावा डेढ़ सौ से अधिक वन कर्मियों के अलावा 80 कैमरा ट्रैप और पिंजरा भी लगाए गए हैं, लेकिन बाघ पकड़ से बाहर है. वहीं शनिवार को जंगल से लगे भदुनी गांव में तीन मवेशियों को निवाला बनाए जाने के बाद लोग खौफजदा हैं. वन क्षेत्राधिकारी ख्याली राम आर्य का कहना है कि पशुओं पर हमला करने वाला संभवत: गुलदार हो सकता है।बता दें कि रामनगर वन प्रभाग की फतेहपुर रेंज में आतंक का पर्याय बन चुके बाघ को मारने का वन विभाग ने आदेश दे दिया है.
मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक उत्तराखंड ने बाघ को मारने का आदेश दिया है. बाघ पिछले 3 महीने में 6 लोगों को निवाला बना चुका है. वहीं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने आदमखोर बाघ को मारने के आदेश जारी कर दिए हैं और आदमखोर बाघ को मारने के लिए शूटर पहुंच चुके हैं. शूटरों का दल आदमखोर बाघ के सर्च अभियान में जुट गया है.


