कक्षा 6 से 8 तक के नौनिहाल अब अपने स्कूल के पुस्तकालय में पढ़ सकेंगे हैंडल पैंडल। पुस्तक के लेखक राज्य कर अधिकारी मितेश्वर आनंद हैं। आपको बताते चलें कि उत्तराखंड में विद्यालयों के पुस्तकालय के लिए राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा परिषद, उत्तराखंड द्वारा ज्ञानवर्धक व शिक्षाप्रद पुस्तकों का चयन किया जाता है, समिति द्वारा जारी सूची में हैंडल पैंडल ने भी अपनी जगह बनाई है।
यदि आपने भी अपने बचपन की खट्टी-मीठी स्मृतियों को पढ़ना हो तो, काव्यांश प्रकाशन, ऋषिकेश द्वारा प्रकाशित हैंडल पैंडल आपकी स्मृतियां ताजा कर सकती हैं। लेखक का कहना है कि जिंदगी भी हैंडल पैंडल की तरह होती है ,सही राह मिल गई तो चल पड़ती है।
यह पुस्तक विद्यार्थी जीवन में दोस्ती ,दुश्मनी व शरारतों का एक मजेदार लेखा-जोखा है जो हम सब के बचपन की कहानी कहता है।