कारगिल शहीद रामप्रसाद ध्यानी की वीरांगना जयन्ती देवी को राष्ट्रीय कवि अनिल सारस्वत ने किया सम्मानित,कवि अनिल सारस्वत ने अपनी देहदान करने की करी घोषणा

ख़बर शेयर करें -

चन्द्रशेखर जोशी

रामनगर जिला नैनीताल:- राष्ट्रीय ओजस्वी कवि अनिल सारस्वत ने दिनांक 16 अक्टूबर 2022 को कारगिल शहीद लांसनायक रामप्रसाद ध्यानी की वीरांगना श्रीमती जयन्ती देवी को उनके घर पर पहुंच कर सम्मानित किया।

कारगिल युद्ध के दौरान दिनांक 25 जुलाई 1999 को लांसनायक रामप्रसाद ध्यानी की यूनिट 17 गढ़वाल राइफल्स द्रास सैक्टर की एक ऊंचाई वाली पहाड़ी पर रात के समय चढ़ रही थी। चारों ओर रात का धुप्प अंधेरा छाया हुआ था, तभी पाकिस्तानी घुसपैठियों ने उनकी टीम पर चारों तरफ से हमला कर दिया।

लांसनायक रामप्रसाद ध्यानी ने अपनी जान की परवाह किए बिना स्वयं आगे बढ़कर पाकिस्तानी घुसपैठियों का बहादुरी से सामना करते हुए 2 पाकिस्तानी घुसपैठियों को ढ़ेर कर दिया। परंतु अब तक अन्य घुसपैठियों की नजर रामप्रसाद ध्यानी पर पड़ चुकी थी।

यह भी पढ़ें 👉  बिग ब्रेकिंग-(हल्द्वानी) एसएसपी ने किये बड़ी संख्या मे निरीक्षक/उपनिरीक्षकों के स्थानांतरण, देखें सूची

उन्होंने चारों ओर से रामप्रसाद पर हमला कर दिया। अंततः अपनी आखिरी सांस तक लड़ते हुए पाकिस्तानी सेना और घुसपैठियों के विरुद्ध कार्रवाई के दौरान लांसनायक रामप्रसाद ध्यानी अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए देश के लिए बलिदान हो गए।

बलिदानी रामप्रसाद ध्यानी के परिवार में माता-पिता, भाइयों के अतिरिक्त वीरांगना पत्नी श्रीमती जयन्ती देवी, बेटी ज्योति व दो पुत्र अंकित और अजय हैं, बेटी ज्योति का विवाह हो चुका है। बड़ा बेटा अंकित एमबीए की पढ़ाई कर चुका है, जबकि छोटा बेटा अजय नवम्बर 2019 में 5 गढ़वाल राइफल्स में भर्ती होकर अपने बलिदानी पिता की तरह देशसेवा कर रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानीः मेयर और पार्षद कल ग्रहण करेंगे शपथ, तैया‌री पूरी

अनिल सारस्वत राष्ट्रीय कवि होने के साथ -साथ एक अच्छे खिलाड़ी भी रहे हैं। कुमाऊं विश्वविद्यालय में 800 मीटर, 1500 मीटर की रेस व 1×400, 4 x 400 रिले रेस में स्वर्ण पदक विजेता रहे हैं और राष्ट्रीय अंतर्महाविद्यालय स्पोर्ट्स में कुमाऊं विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं।

अनिल सारस्वत पिछले कुछ वर्षों से भारतीय सेना में बलिदान हुए सैनिकों की वीरांगनाओं को प्रतीक चिन्ह व नकद राशि अर्पित कर अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करने का पुनीत कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय कवि अनिल सारस्वत ने मृत्योपरांत अपनी देहदान देने की घोषणा भी की।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड का बजट सत्रः दून में इस दिन से संचालित होगा सत्र

इस अवसर पर उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग रामनगर एवं हेमपुर के अध्यक्ष सूबेदार मेजर नवीन पोखरियाल, कैप्टन मान सिंह अधिकारी, पूर्व नौसेना अधिकारी चीफ मैक (आर) राजभर सिंह गुसाईं, पूर्व उपाध्यक्ष जिला सहकारी बैंक नैनीताल एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय में पोल वार्ड के स्वर्ण पदक विजेता महिपाल सिंह डंगवाल, शहीद रामप्रसाद ध्यानी के बड़े पुत्र अंकित ध्यानी एवं सेना की 5 गढ़वाल राइफल्स में कार्यरत शहीद रामप्रसाद ध्यानी के छोटे पुत्र अजय ध्यानी उपस्थित थे।