देहरादून। ऑपरेशन मुक्ति अभियान के तहत स्कूल में दाखिला कराए गए बालिकाओं ने कड़ी मेहनत और लगन से उत्कृष्ट अंक हासिल कर स्कूल का मान बढ़ाया।
पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड की पहल पर प्रदेश भर में उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा “ भिक्षा नहीं शिक्षा दें” की थीम पर भीख मांगने, कूड़ा बीनने, बाल मजदूरी आदि में लिप्त एवं शिक्षा से वंचित बच्चों को स्कूली शिक्षा की ओर अग्रसर करते हुये उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने हेतु ऑपरेशन मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है।
उक्त अभियान के तहत पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दलीप सिंह कुँवर के नेतृत्व में तथा पुलिस उपाधीक्षक नगर / नोडल अधिकारी ऑपरेशन मुक्ति नीरज सेमवाल तथा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट प्रभारी मनमोहन सिंह नेगी के निकट निर्देशन में अभियान के तहत गली मोहल्लों कॉलोनियों व झुग्गी झोपड़ियों में जाकर बच्चों एवं अभिभावकों से मिलकर उनको भिक्षा नहीं शिक्षा दें अभियान के महत्व को समझा कर जागरूक जा रहा है तथा स्कूलों में जाकर चिन्हित किए गए बच्चों का दाखिला कराया जा रहा है व पूर्व वर्षों में ऑपरेशन मुक्ति अभियान के तहत दाखिला कराए गए बच्चों की पढ़ाई के संबंध में स्कूल से जानकारी की जा रही है।
इस दौरान राजकीय प्राथमिक विद्यालय खुड़बुड़ा की प्रधानाचार्य से जानकारी प्राप्त हुई की वर्ष 2021 में ऑपरेशन मुक्ति अभियान के तहत बालिका अंजू (काल्पनिक नाम) निवासी आजाद कॉलोनी देहरादून द्वारा कक्षा 2 मे कुल 99.5प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। सीमा (काल्पनिक नाम) निवासी आजाद कॉलोनी देहरादून के द्वारा कक्षा 3 में कुल 88.4 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। अंकिता (काल्पनिक नाम) निवासी आजाद कॉलोनी देहरादून द्वारा कक्षा 2 मे कुल 83प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं।
राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में दाखिला कर बच्चों के नए भविष्य को उज्जवल करने की ओर उनका एक नया कदम बढ़ाया। बच्चों से और उनके अभिभावकों एवम स्कूल प्रबंधन द्वारा पुलिस विभाग एवं सरकार की तहे दिल से आभार व्यक्त किया गया। स्कूल प्रबंधन एवम बालिकाओं के परिजनों द्वारा उत्तराखंड पुलिस टीम को आभार व्यक्त किया।