रामनगर:- वन ग्राम पूछड़ी में नगरपालिका को वन विभाग द्वारा हस्तांतरित वन भूमि का सीमांकन करने पहुंचे वन व पुलिस प्रशासन का ग्रामीणों ने जमकर विरोध करते हुए जेसीबी के सामने बैठकर धरना दिया। बाद में तराई पश्चिमी वनाधिकारी पीसी आर्य द्वारा किसी का भी घर नहीं तोड़ने का आश्वासन देने के बाद ही जनता का आक्रोश शांत हुआ।
संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा बुलडोजर राज के खिलाफ 29 अगस्त को वन ग्राम पूछड़ी के रामलीला मैदान में आहूत महापंचायत को सफल बनाने के लिए वन ग्राम पूछड़ी कालू सिद्ध में रैली निकाल कर जनता से पंचायत में भागीदारी का आह्वान किया। इस दौरान एकता चौक पूछड़ी में सभा भी गयी। सभा में ग्रामीणों ने कहा कि हम अभाव में जैसे तैसे अपना जीवन बसर कर रहे हैं।
भाजपा सरकार यदि हमारे घर तोड़ देगी तो हम अपने बच्चों को लेकर कहां जाएंगे। हम अपनी जान दे देंगे परंतु अपने घर नहीं टूटने देंगे। विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में सीमा तिवारी, सरस्वती जोशी,अंजुम, फरजाना, शाहिस्ता, जुबेर, किसान शर्मा, एस लाल, प्रभात ध्यानी, रोहित रुहेला, फूल कुमार, परवीन सैनी, मुनीष कुमार समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।
महापंचायत कल, यह होंगे शामिल
पूछड़ी गांव में बसे ग्रामीणों को अतिकर्मनकारी बताकर उन्हें उजाड़ने के खिलाफ 29 तारीख की प्रस्तावित पंचायत में प्रदेश भर से जनवादी लोगों के पहुंचने की सूचना है। समिति के मुनीष कुमार ने बताया कि ग्रामीणों को उजाड़ने के खिलाफ 29 अगस्त को बुलाई गई महापंचायत में शामिल होने के लिए अभी तक भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रदेश प्रवक्ता अवतार सिंह, अध्यक्ष बल्ली सिंह चीमा, भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष बलजिंदर सिंह मान, भाकपा माले नेता इंद्रेश मैखुरी, उपपा अध्यक्ष पीसी तिवारी, वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के तरूण जोशी, इंटर्राक यूनियन के अध्यक्ष दिलजीत सिंह, संयुक्त किसान मोर्चा के जगतार सिंह बाजवा, वन गूजर नेता मौ आमिर, इसहाक हुसैन, संयुक्त श्रमिक मोर्चा ऊधम सिंह नगर के अध्यक्ष दिनेश तिवारी,क्रालोस के अध्यक्ष पीपी आर्य समेत दर्जनों नेताओं ने स्वीकृति दी है।