चन्द्रशेखर जोशी
रामनगर:-शहादत दिवस पर देश की आजादी के क्रांतिकारी शहीदों भगतसिंह,राजगुरु,सुखदेव के माध्यम से याद किया। एम पी इंटर कालेज,पी एन जी पी जी महाविद्यालय एवमी ज्योतिबा फुले सांयकालीन स्कूल में कार्यक्रम हुए।
एम पी इंटर कालेज में हुए कार्यक्रमों में जूनियर कक्षा के बच्चों ने भगतसिंह व उनके साथियों के चित्र बनाए,उनके लिखे पत्रों व लेखों का वाचन किया,आजादी के दौर के अनेकानेक तराने गाते हुए परिसर को इंकलाब जिंदाबाद के नारों से गुंज्यायमान किया।
पी एन जी पी जी महाविद्यालय में हिंदी विभाग की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया। शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।अपने वक्तव्य में प्रधानाचार्य प्रो एम सी पांडे ने कहा भगतसिंह न सिर्फ़ वीर,साहस,देशभक्ति और आत्मबलिदान के सर्वोत्तम उदाहरण हैं वरन वे अपने लक्ष्य के प्रति स्पष्टता ,वैज्ञानिक ऐतिहासिक दृष्टिकोण से सामाजिक समस्याओं के विश्लेषण की क्षमता वाले क्रांतिकारी भी हैं।
चीफ प्रॉक्टर प्रो गिरीश चंद पंत ने कहा भगतसिंह ने जीवन के कुल 23 वर्ष ही पूरे किए।इनमें दो बर्ष जेल के भीतर।अपने जीवन के चार सक्रिय सालों में उन्होंने बिजली की गति से क्रांतिकारी काम किया।रचनात्मक शिक्षक मंडल के संयोजक नवेंदु मठपाल ने कहा भगतसिंह हमें निस्वार्थ दृढ़ इरादे के साथ साथ विचारधारात्मक समझदारी व तर्कशील वैज्ञानिक दृष्टि से इतिहास की और आसपास की और भविष्य की समस्याओं के विश्लेषण का तरीका भी सिखाते हैं।
पंजाब के क्रांतिकारी कवि अवतार सिंह पाश को भी उनकी कविताओं के साथ याद किया गया।गौहर रजा निर्देशित फिल्म इंकलाब भी दिखाई गई।संचालन डा डी एन जोशी ने किया।ज्योतिबा फुले संयकालीन स्कूल में सुमित कुमार व हेमा जोशी के निर्देशन में बच्चों ने भगतसिंह के जीवन पर नाटक प्रस्तुत किया।इस मोके पर डा मूलचंद शुक्ल, डा योगेश चंद्र, हरीश बिष्ट,मुरलीधर कापड़ी,रीता तिवारी,दुर्गा तिवारी मौजूद रहे।


