पेपर लीक मामला: तीन और आरोपियों पर गैंगस्टर, अब तक 24 पर कार्रवाई

ख़बर शेयर करें -

देहरादून। कॉर्बेट हलचल

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने तीन और आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। इनमें पेपर लीक मामले में हाकम सिंह रावत का करीबी और आरएमएस कंपनी के मालिक का भाई शामिल है। जबकि, एक नाम सचिवालय रक्षक भर्ती धांधली के आरोपी का है। सभी मामलों में अब तक 24 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।

यह भी पढ़ें 👉  “नशा मुक्त उत्तराखण्ड” मिशन में एक और बड़ी सफलता: ₹3 लाख की अफीम के साथ तस्कर गिरफ्तार

एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि तीन सितंबर को रायपुर थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत 21 आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। जांच में गौरव नेगी (निवासी नजीबाबाद पोस्ट सूर्यनगर थाना किच्छा, ऊधमसिंहनगर), विपिन बिहारी (निवासी तालगांव जिला सीतापुर यूपी) और आरएमस टेक्नो सॉल्यूशन के मालिक राजेश चौहान के भाई संजीव कुमार चौहान (निवासी गुलमोहर गार्डन, राजनगर, एस्टेशन, गाजियाबाद) का दो या इससे ज्यादा मामलों में भूमिका सामने आई।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर-आज फिर रामनगर में  मदरसों का औचक निरीक्षण, एक मदरसा सील – दो दुकानों के घरेलू गैस सिलेंडर भी सीज

जांच में यह भी पता लगा कि दोनों ने परीक्षा घपलों से कमाई कर काफी संपत्ति जोड़ी। दोनों का गैंगचार्ट तैयार कर डीएम को भेजा गया। डीएम की अनुमति पर गैंगस्टर के मुकदमे में इन दोनों के नाम जोड़े गए हैं। विपिन बिहारी आरएमएस कंपनी में कर्मचारी रहा है। यह गैंगस्टर हाकम सिंह का करीबी है। जबकि, तीसरा आरोपी गौरव नेगी सचिवालय रक्षक भर्ती में नियुक्ति पाने वाले युवक का भाई है।

Ad_RCHMCT